उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना वायरस के मामलों में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासन की ओर से एक अहम कदम उठाया गया है। जिले के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के संक्रमण का पता लगाने के लिए प्रशासन ने कोरोना टेस्टिंग मोबाइल वैन को रवाना किया है। ग्रामीण इलाकों में काम कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम को अब जहां भी संदिग्ध होने की जानकारी मिलेगी। वहां ये वैन पहुंचकर उनका टेस्ट करेगी।
सैम्पल रखने की सुविधा
सीएसआर एक्टिविटी के तहत इस मोबाइल वैन को एक कंपनी ने जिला प्रशासन को दिया है। वैन के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में टेस्टिंग और सैंपल कलेक्शन की प्रक्रिया अब ओर आसान हो जाएगी। इस वैन में सैंपल्स को 4 से 8 डिग्री के तापमान पर सिक्योर करने की भी सुविधा उपलब्ध है। इस मोबाइल वैन से एक दिन में ज्यादा से ज्यादा सैंपल इकट्ठा किए जा सकेंगे। इसकी असली परीक्षा इसके फील्ड में उतरने के बाद ही होगी। अगर इस वैन का रेस्पॉन्स अच्छा मिलता है तो प्रशासन ऐसी और भी मोबाइल वैंस लॉन्च करने की योजना बनाएगी ।
उत्तर प्रदेश में कोरोना से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 6 हजार के पार जा चुका है। वहीं गौतमबुद्धनगर में भी कोरोना के मरीजों की रफ्तार तेजी से बढ़ी रही है। इस वक्त जिले में कुल 359 कोरोना के केस आ चुके हैं। जबकि इनमें से 119 केस ही एक्टिव हैं और 235 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हो चुके हैं। तो वहीं कोरोना से जिले में अब तक 5 लोगों की मौत भी हो चुकी है।
दिल्ली में मोबाइल वैन का उपयोग
कोरोनो वायरस महामारी के विरुद्ध लड़ाई में प्रमुख तत्वों में से एक माना जाने वाला परीक्षण अब दिल्ली में भी हो सकेगा। दिल्ली के सेंट्रल जिले में भी रविवार को मोबाइल वैन को लॉन्च किया गया। सात कंटेनमेंट जोन वाले सेंट्रल दिल्ली के पास भी यह मोबाइल वैन होगी। जिसमें एक बार में दो नमूने एकत्र किए जा सकते हैं।
एक अधिकारी ने कहा कि यह वाहन जिले की संकीर्ण गलियों, बड़े और घने क्षेत्रों में जाने में पूरी तरह सक्षम होगा।यह मोबाइल वैन नासोफैरिंजल और ऑरोफरीनजेल स्वैब दोनों को ले जाने में सक्षम है, उन्हें डबल पैकिंग में सील किया जा सकता है और नमूने को परीक्षण फैसलिटी में स्थानांतरित किया जा सकेगा।
मोबाइल वैन में उपलब्ध सुविधाएं
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इससे समय की भी बचत होगी और नमूने एकत्र करने वाले लोगों को भी राहत मिलेगी। इस वाहन में इनवर्टर से चलने वाला पंखा भी लगाया गया है, ताकि गर्मी न हो। नमूनों को रखने के लिए एक सुरक्षित घेरे के अंदर एक आइस बॉक्स रखा गया है। मोबाइल वैन की बाहरी दीवार पर जागरूकता फैलाने के लिए कुछ चित्र और संदेश भी लगाए हैं।
साथ ही इसमें स्पीकर की वेवस्था भी की गई हैं, इनका इस्तेमाल भी जागरूकता फैलाने के लिए किया जाएगा। कोरोना के खिलाफ दिल्ली में लोगों को राहत देने के लिए बहुत से उपाय किए जा रहे हैं। जिला कायार्लय के मुताबिक परीक्षण को सुलभ बनाना सबसे अधिक महत्वपूर्ण था और इसके साथ ही स्वास्थ्य कार्यकतार्ओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना अहम है।