BY दाताराम चमोली
कार्यकारी संपादक
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की मार उद्योगों और व्यवसायों पर ही नहीं पड़ रही है, बल्कि इसने खेती-किसानी के लिए भी गंभीर चुनौतियां खड़ी कर दी हैं। इस वक्त देश में लॉकडाउन के चलते किसानों के सम्मुख खेतों में खड़ी अपनी फसलों को समेटने की चिंता है। उन्हें इसके लिए मजदूर नहीं मिल पा रहे हैं। दूसरी तरफ सरकार उन्हें विश्वास दिलाने की कोशिश कर रही है कि वह उनकी चिंताओं से वाकिफ है। इसी क्रम में सरकार ने कृषि उत्पादों के परिवहन को सुगम बनाने के लिए किसान रथ मोबाइल एप लॉन्च किया है।
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से विभिन्न राज्यों में मंडियों से जुड़े अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि कृषि उत्पादों के सुचारु परिवहन के लिए पहले ही दिन से पांच लाख से ज्यादा वाहन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि कृषि का क्षेत्र हमारे देश के लिए महत्वपूर्ण है।
अर्थव्यवस्था की दृष्टि से भी इस क्षेत्र का बड़ा महत्व है। मौजूद संकट के दौर में ही कृषि का काम भी बहुत तेजी के साथ करने की आवश्यकता है। केंद्र सरकार ने यह महसूस करते हुए कि कृषि के काम में रुकावट न हो, किसानों को परेशानी न हो, कृषि क्षेत्र के लिए अनेक छूटें प्रारंभ से ही दी हैं। खेती-किसानी का काम इन दिनों जोरों पर है व अनेक राज्यों में उपार्जन का काम भी प्रारंभ हो गया है। सारी रियायतों के बाद भी कृषि उत्पादों के परिवहन में कुछ दिक्कतें थी, क्योंकि लॉकडाउन से पहले परिवहन से जुड़े सभी लोग एक साथ थे, लेकिन इसके लागू होने से वे कहीं अलग-अलग चले गए, जिससे परेशानी आई कि अब सबकी उपलब्धता कैसे होगी।
इस दृष्टि से कृषि मंत्रालय लगातार प्रयत्न कर रहा था कि इस समस्या का कैसे हल किया जाए। अब कई दिनों की तैयारी के बाद किसान रथ मोबाइल एप लॉन्च किया गया है। तोमर ने कहा कि यह मोबाइल एप निश्चित रूप से पूरे देश में कृषि उत्पादों के सुचारू परिवहन की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। पहले दिन ही पांच लाख से अधिक वाहन उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि हमने कंट्रोल रूम भी सेटअप किया है, सभी राज्यों से अनुरोध है कि वे भी अपने यहां किसानों के हित में ऐसा कदम उठाएं।