मिथुन चक्रवर्ती की एक फिल्म है जिसका नाम है ‘आदत से मजबूर।’ फिल्म में एक गीत है जिसके बोल हैं , ‘राम करे कि उमर कैद हमें साथ -साथ हो जाए, तुझे मुझे, मुझे तुझे प्यार की लग जाए हथकड़ियां। क्योंकि मिथुन चक्रवर्ती, राजनीति और विवादों से अक्सर जुड़े रहे हैं और यह तय नहीं कर पाएं हैं कि आखिर किस राजनीतिक पार्टी के साथ हथकड़ी लगानी है या नहीं तो यह गीत याद आना स्वाभाविक है।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद पीएम मोदी की रैली में 7 अक्टूबर को मंच पर काली टोपी-काला चश्मा पहने बाॅलीवुड के अभिनेता अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती पहुंचे और भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही उन्होंने अपना मशहूर डायलाॅग भी दोहराया और कहा कि मारेंगे यहां लाश गिरेगी श्मशान में। मिथुन, भाजपा की तरफ से बंगाल के सीएम फेस होंगे या नहीं इसके बारे में अब कयास लगाए जा रहे हैं।
मैं दिल से बंगाली हूं : मिथुन चक्रवर्ती भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने के बाद मिथुन चक्रवर्ती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि मैं दिल से बंगाली हूं, बंगाल में रहने वाला हर व्यक्ति बंगाली हैं। मैं जो बोलता हूं वो करता हूं।
‘मैं पानी का सांप नहीं बल्कि खतरनाक कोबरा हूं’ : मिथुन चक्रवर्ती मिथुन के उपर्युक्त कथन के बाद तो ट्वीटर आदि सोशल मीडिया पर मीम की बाढ़ आ गई, किसी ने मिथुन को कोबरा दिखाया तो किसी ने भाजपा को चिड़ियाघर कह कर संबोधित किया। खैर, अब भाजपा ज्वाइन करने के बाद ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि मिथुन चक्रवर्ती पश्चिम बंगाल में बीजेपी का चेहरा होंगे और सीएम पद के उम्मीदवार भी हो सकते हैं। यह सब कयास इसलिए क्योंकि बीजेपी ने अभी तक बंगाल में सीएम पद का चेहरा घोषित नहीं किया है।
कोलकाता के ब्रिगेड परेड मैदान में आयोजित पीएम की मेगा रैली में भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एवं प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने मिथुन को पार्टी का झंडा देकर स्वागत किया था।
डिस्को डांसर का गहरा है राजनीति से रिश्ता : मिथुन चक्रवर्ती ने 1979 में अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री योगिता बाली से शादी की थी, लेकिन वे पिछले कुछ समय से लगातार विवादों में रहे हैं। उनका नाम पश्चिम बंगाल के सारदा चिट फंड घोटाले में आया था। मामला सामने आने के बाद मिथुन ने प्रवर्तन/निदेशालय को 1 .20 करोड़ रुपए लौटाए थे। वे 2014 में तृणमूल कांग्रेस की टिकट पर राज्यसभा के लिए भी चुने गए थे, लेकिन खराब सेहत के चलते दिसंबर, 2016 में उन्होंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। एक समय में राज्य में लेफ्ट फ्रंट की सरकार के दौर में मिथुन की गिनती सीपीएम और खासकर तब परिवहन मंत्री रहे सुभाष चक्रवर्ती के सबसे करीबी लोगों में होती थी।
एक समय यह भी था कि मिथुन ने लेफ्ट के करीबी रहते कांग्रेस उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी के समर्थन में प्रचार भी किया था। ठीक उसके बाद टीएमसी के कोटे से राज्यसभा जाने और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थाम कर मिथुन ने इस कहावत को एक बार फिर चरितार्थ कर दिया है कि राजनीति में कुछ भी संभव है। 1986 में तत्कालीन ज्योति बसु सरकार के दौरान ही उन्होंने कोलकाता में होप-86 नामक एक शानदार कार्यक्रम भी आयोजित किया था।
बेटे पर है शारीरिक उत्पीड़न करने का आरोप : अपने जमाने के सुपरस्टार मिथुन चक्रवर्ती की पत्नी योगिता बाली और बेटे महाअक्षय के खिलाफ 2018 में शारीरिक उत्पीड़न के आरोप सामने आने के बाद अदालत ने एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था। दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने इन दोनों के खिलाफ यौन उत्पीड़न, धोखाधड़ी और बिना सहमति के गर्भपात कराने के आरोप में रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश भी दिए थे। सारा मामला महाअक्षय की शादी से जुड़ा है। मिथुन के बेटे महाअक्षय और मदालसा शर्मा का रिश्ता तय हुआ था और दोनों के इसी महीने शादी करने की चर्चाएं थीं। मदालसा बाॅलीवुड अभिनेत्री शीला शर्मा तथा डायरेक्टर सुभाष शर्मा की बेटी हैं। मदालसा गणेश आचार्य की फिल्म एंजल में काम भी कर चुकी हैं। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि रेप और धोखाधड़ी का आरोप किसने लगाया है, लेकिन इन आरोपों से बाॅलीवुड में हलचल जरूर मच गयी थी।