साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियां चुनावी तैयारियों में जुट गई हैं। राज्य में सत्ताधारी पार्टी भाजपा और कांग्रेस का ही वर्चस्व रहा है लेकिन इस बार अन्ना आंदोलन से जन्मी आम आदमी पार्टी पहले दिल्ली फिर पंजाब में अपनी सरकार बनाने के बाद अब उसकी निगाहें गुजरात पर हैं।
चुनाव को लेकर पार्टी काफी सक्रिय नजर आ रही है। इस बीच पार्टी ने गुजरात में भी अपने पांव जमाने के लिए क्षेत्रीय पार्टी भारतीय ट्राइबल पार्टी (बीटीपी ) के साथ गठबंधन कर नए सहयोगी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। दरअसल, आप संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कल एक मई को भरूच में आदिवासी महासम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है। आप की पंजाब में सरकार बनने के बाद से अपनी पहली जनसभा को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने गुजरात में ‘स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति’ की आलोचना की। उन्होंने सत्तारूढ़ पार्टी को यह कहते हुए भी चुनौती दी कि आम आदमी पार्टी इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में उसे हरा देगी।
केजरीवाल ने मंच से साढ़े छह करोड़ गुजरात वासियों को प्रणाम करते हुए कहा कि यह हमारी पहली जनसभा है इसलिए हम आदिवासियों के साथ रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी-कांग्रेस पार्टी सिर्फ अमीरों को अमीर बना रही है, लेकिन मैं आपको कहता हूं कि हमें एक मौका दे दो, हम आपकी गरीबी दूर कर देंगे। हम लोग आपके साथ खड़े हैं और हम गरीबों और आम लोगों की पार्टी हैं।
हमने दिल्ली का चेहरा बदल दिया है। हमने दिल्ली में सरकारी स्कूल के हालात सुधार दिए हैं । केजरीवाल ने गुजरात में जल्द चुनाव होने की संभावना को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली और पंजाब में सरकार बना दी है, जिससे भाजपा डर गई है और इस बार यदि आम आदमी पार्टी को लंबा समय मिलेगा तो गुजरात में भाजपा का सफाया होने की संभावना है जिसके चलते भाजपा जल्दी चुनाव करवाने की तैयारियां कर रही है।
दिल्ली के सीएम ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को आमंत्रित करता हूं कि वो हमारे दिल्ली के सरकारी स्कूल देखें। गुजरात में 27 साल से भाजपा की सरकार है और उन्होंने इन 27 सालों में स्कूलों का बुरा हाल कर दिया है। अगर पांच साल और दिए तो फिर यहां कुछ नहीं रहेगा। केजरीवाल ने गुजरात में पेपर लीक का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा गुजरात की भारतीय जनता पार्टी वाली सरकार ने पूरी दुनिया में पेपर लीक करने के मामले में विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
गौरतलब है कि चुनाव से पहले आदिवासी वोटों को टारगेट करने के लिए दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन बेहद अहम माना जा रहा है। अरविंद केजरीवाल और बीटीपी के छोटूभाई वसावा ने गठबंधन की घोषणा की है । एक महीने से भी कम समय में केजरीवाल का यह दूसरा गुजरात दौरा है।
बीटीपी से गठबंधन के मायने
छोटू वसावा की अगुवाई वाली भारतीय ट्राइबल पार्टी यानी बीटीपी ने साल 2017 के गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन के तहत कुछ आदिवासी बहुल सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे। पार्टी ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि बाद में बीटीपी ने कांग्रेस से दूरी बना ली।बीटीपी के गुजरात और राजस्थान में दो-दो विधायक हैं। गुजरात के आदिवासी क्षेत्रों में वसावा की खासी मौजूदगी है। ऐसे में बीटीपी के साथ हाथ मिलाना आप के लिए फायदेमंद होगा। इससे पार्टी की पहुंच आदिवासियों तक होगी, जो राज्य की आबादी में 16-17 फीसदी हिस्सेदारी रखते हैं।