आज के इस दौर में विश्व के अधिकतर व्यक्ति आधुनिक तकनीक पर निर्भर होते जा रहें हैं। इसका एक कारण यह भी है कि आज मोबाईल फ़ोन बड़ों के साथ-साथ बच्चों के लिए भी समय बिताने का साधन बन गया है। लोग अपना वक्त बिताने के लिए फोन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन बच्चों पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने का खतरा अधिक रहता है।
जिसे देखते हुए महाराष्ट्र के यवतमाल ज़िले में मौजूद बंसी नाम के एक गांव ने अपने गांव में 18 साल से नीचे के सभी बच्चों के मोबाईल फ़ोन देखने पर रोक लगा दी है। अगर कोई इस नियम को तोड़ता है तो उसे 200 रूपये का जुर्माना भरना पड़ेगा।
क्यों लगाया प्रतिबंध
गांव के सरपंच का कहना है कि, ‘कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा के लिए बच्चों ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल शुरू किया था। इसके बाद उन्हें मोबाइल की लत लग गई और वे अलग-अलग साइट देखन ज्यादातर समय ऑनलाइन गेम खेलने में बिताने लगे हैं । सरपंच ने इस बात की भी आशंका जताई है कि फैसले को लागू करने में शुरुआती दिक्कतें हो सकती हैं, लेकिन इसको सफल बनाने के लिए माता-पिता और बच्चे दोनों को सलाह दी जाएगी। अगर इसके बाद भी बच्चे मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हुए पकड़े गए तो उन पर बड़ा जुर्माना लगाया जाएगा। उनके अनुसार इस नियम के द्वारा बच्चों का ध्यान पढ़ाई की ओर वापस लाने का प्रयास किया जा रहा है। गौरतलब है कि इससे पहले महाराष्ट्र के ही एक गांव में डेढ़ घंटे तक फ़ोन और टीवी का इस्तेमाल न करने का फैसला लिया जा चुका है।
महाराष्ट्र के गांव में पहले भी लिया गया है ऐसा ही फैसला
महाराष्ट्र के सांगली ज़िले के वडगांव में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया गया। जिसके अनुसार यहां हर शाम को सात बजे एक सायरन बजता है, जिसे सुनकर गांव के सभी लोग अपना मोबाइल और टीवी बंद कर देते हैं। इसके डेढ़ घंटे बाद शाम 8:30 फिर से एक सायरन बजता है, जिसके बाद लोग अपना मोबाइल और टीवी चालू कर सकते हैं।
दरअसल यह फैसला भी इसी लिए लिया गया था,कोरोना महामारी आई, तो स्कूल बंद हो गए थे और ऑनलाइन क्लास शुरू हो गई थी। छोटे बच्चे हों या बड़े बच्चे, सभी को घर से ही ऑनलाइन क्लास करनी पड़ रही थी। इस बीच बच्चे सामान्य से अधिक समय मोबाइल के साथ बिता रहे थे। जिसके कारण परिवार की आपसी बातचीत खत्म हो रही थी। यह भी बताया गया था कि बच्चों को संभालना उनके लिए मुश्किल होता जा रहा था, क्योंकि बच्चे मोबाइल और टीवी दोनों के साथ ज़्यादा वक़्त गुजारने लगे थे।
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