कौन बनेगा करोड़ति सीजन 13 की 1 करोड़ जीतने वाली महिला हिमानी बुंदेला ने सोचा भी नहीं था कि उनकी कामयाबी को देश भर में लोग देखेंगे। हिमानी बुंदेला की उम्र 25 वर्ष की है। वह आंखों से देख नहीं पाती हैं।
हिमानी बुंदेला जब रियलिटी शो देखती थी वह सोचती थी। कि कभी लोग भी इनको भी टीवी शो में देखेंगे। जब केबीसी शुरू हुआ तो उनके मन में भी जिज्ञासा हुई ही कि वह भी हॉट सीट पर जा सकती हैं। फिर उन्होंने वर्ष 2009 से ही ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में रजिस्टेªशन करना शुरू कर दिया था। किंतु सफलता ही नहीं मिली। रजिस्टेªशन ही नहीं हो पाता। वर्ष 2019 में लगभग दस वर्ष बाद उनका रजिस्टेªशन हुआ। लेकिन हॉट सीट पर बैठने का मौका नहीं मिला। फिर लगातार रजिस्ट्रेशन सफल हुआ। वर्ष 2021 में हॉट सीट पर बैठने का मौका मिला।
जब उनको केबीसी में आने के लिए सोनी टीवी की ओर से बताया गया कि आपको मुंबई आना है, तो पहले उनको यकीन ही नहीं हुआ। बाद में जब उन्हें बताया गया कि आपसे कोई बैंक डिटेल नहीं मांगी जा रही है तब जाकर उनको यकीन हुआ। वह केबीसी की हॉट सीट पर बैठने जा रही हैं।
हिमानी बुंदेला की कैसे आंखों की रोशनी गई
हिमानी 15 वर्ष की थी तो उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी। साक्षात्कार में उन्होंने बताया कि 2011 में जब वह साइकिल से कोचिंग जा रही थी। तभी वह एक बाईक से टकरा गईं टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि उनको काफी शारीरिक चोट आयी थी। लेकिन असल चोट उनको अंदर से लगी थी। उनको 1 सप्ताह के बाद पता चला कि उनको कम दिखाई दे रहा है। वह अपने चश्मे का नंबर बदलवाने के लिए अस्पताल गई। तब पता चला कि उनकी आंखों का रेटिना अपनी जगह से हट गया है। उसके सही जगह लाने के लिए तीन ऑपरेशन हुए। धीरे-धीरे चीजों को देखना शुरू किया। लेकिन विजन साफ हो इनके लिए उनको डॉक्टर ने चौथे ऑपरेशन की सलाह दी। जब चौथी बार यह ऑपरेशन हुआ तो ये ऑपरेशन फैल हो गया। जब ऑपरेशन के बाद उन्होंने आंखें खोली तब सब अंधेरा था। उनकी समझ नहीं आ रहा था। यह क्या हो रहा है मेरे साथ। वह बारहवीं कक्षा में थी। डॉक्टर बनने का सपना सब अंधकार ले डूबा था। डॉक्टरों से बात हुई कि कोई चांसेस हैं तो उनका कहना था कि अभी वीकनेस है। कुछ समय बाद रोशनी आ जाये। लेकिन वर्ष 2012 से 2021 आ गया। अभी तक आंखों की रोशनी नहीं आयी।
हिमानी ने बताती हैं कि वह आंखों की रोशनी जाने के बाद छह माह तक सदमे में रही। लेकिन फैमिली सपोर्ट के बाद उन्होंने फिर से हिम्मत बांधी और आगरा सदर स्थित बीडी जैन कॉलेज से बीए किया। उसके बाद लखनऊ में दिव्यांगों के लिए बनी एशिया की सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी डॉक्टर शकुंतला मिश्रा रीरेबिलिटेशन यूनिवर्सिटी से डिप्लोमा इन एजुकेशन किया। उसके बाद वर्ष 2017 में केेंद्रीय विद्यालय में शिक्षक के रूप में उन्हें निमुक्ति मिली।
हिमानी कहती हैं कि केबीसी के सेट पर जब मैं अमिताभ बच्चन के साथ हॉट-सीट पर बैठी थी, तब उन्होंने मुझे अपने हाथों से पानी दिया, मुझे यह सब एक सपने जैसा लग रहा था। मुझे लग रहा था अब बस मेरा सपना पूरा हो गया है। मैं नर्वस भी थी। लेकिन केबीसी की टीम ने बहुत सपोर्ट किया। जिसके बाद अंदर का डर भी निकला और मैंने सोचा कि अब चाहे मैं जींतू या हारूं लेकिन मैं खुलकर खेलूंगी। जब सवाल 1 करोड़ का था तो थोड़ी सी मैं नर्वस हुई क्योंकि आम आदमी के लिए 1 करोड़ बहुत होता है। अगर गलत जवाब हुआ तो तीन लाख रूपए पर आ जाऊंगी और सारी मेहनत बेकार हो जाएगी। लेकिन जैसे ही अमिताभ जी ने कहा आपका जवाब सही है आप 1 करोड़ जीत गई हैं तो मेरा खुशी का ठिकाना नहीं रहा।