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मिलिंद देवड़ा ने की केजरीवाल की तारीफ, अजय मकान बोले कांग्रेस छोड़ना है तो छोड़ दो

मिलिंद देवड़ा ने की केजरीवाल की तारीफ,अजय मकान बोले कांग्रेस छोड़ना है तो छोड़ दो

दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की ये दूसरी बार है जब कांग्रेस अपना खाता भी नहीं खोल पाई। जबकि आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें हासिल की। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जहां इस्तीफा दे रहे हैं वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली देवड़ा के पुत्र मिलिंद देवड़ा ट्वीट कर केजरीवाल की तारीफ की है। एक वीडियो भी शेयर किया है। देवड़ा के इस ट्वीट से दिल्ली के कांग्रेस नेता नाराज हो गए हैं। मिलिंद देवड़ा के ट्वीट के जवाब में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन ने ट्वीट किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने कहा है कि अगर देवड़ा कांग्रेस छोड़ना चाहते हैं तो छोड़ सकते हैं, लेकिन आधी-अधूरी जानकारी को शेयर न करें। अजय माकन ने इसी के साथ कुछ डाटा भी साझा किया।

1997-98 (रेवेन्यू) 4073 करोड़

2013-14 (रेवेन्यू) 37459 करोड़

कांग्रेस सरकार के दौरान 14.87 फीसदी रेवेन्यू बढ़ा

2015-2016 (रेवेन्यू) 41129

2019-20 (रेवेन्यू) 60000

आप सरकार के दौरान 9.90 फीसदी रेवेन्यू बढ़ा।

दरअसल, मिलिंद ने अपने ट्वीट के साथ एक वीडियो भी शेयर किया था। और ट्वीट में लिखा था, “एक ऐसी जानकारी शेयर कर रहा हूं जिसे बहुत कम लोग जानते हैं। अरविंद केजरीवाल सरकार ने बीते पांच साल में दिल्ली के राजस्व को दोगुना कर दिया है जो अब 60,000 करोड़ पहुंच गया है। दिल्ली आर्थिक तौर पर देश का सबसे मजबूत राज्य है।”

अजय माकन ने इस मामले में कहा, “दिल्ली में बिक्री कर को अब वैट कहा जाता है और इसके अलावा राजस्व बढ़ने का कोई रास्ता नहीं है और इसमें सरकार की कोई खास भूमिका नहीं है।” उन्होंने कहा कि दिल्ली में कृषि या औद्योगिक गतिविधियों से राजस्व में बढ़ोत्तरी नहीं हो सकती क्योंकि दिल्ली में ये दोनों ही न के बराबर हैं और दिल्ली एक ट्रेड सेंटर है यानी खरीद-फरोख्त का केंद्र है। यहां पर राजस्व का लदभग सौ फीसदी हिस्सा वैट से आता है।

आम आदमी पार्टी पर लगातार मुफ्त की चीज़ें बांटने का आरोप लगता आ रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019-20 में दिल्ली सरकार ने 5,236 करोड़ रुपये के रेवेन्यू सरप्लस का अनुमान रखा है जबकि 2018-19 में राज्य सरकार का अनुमानित रेवेन्यू सरप्लस 4,931 करोड़ रुपए था। जबकि विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में राजस्व बढ़ने का कारण महंगाई का बढ़ना है। उदाहरण के लिए अगर कोई व्यक्ति अगर कोई परिधान अगर पहले पांच हजार में खरीदता था तो अब वही परिधान साढ़े पांच हजार में खरीदता है, इस तरह इसकी बिक्री पर मिलने वाला वैट भी बढ़ जाता है।

दिल्ली सरकार ने बीते पांच साल में ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है जिससे राजस्व में बढ़ोत्तरी हो। आपको बता दें कि मिलिंद देवड़ा ऐसे पहले कांग्रेसी नहीं हैं जिन्होंने दिल्ली में केजरीवाल को जीत की बधाई दी हो और तारीफ की हो। इससे पहले पी चिदंबरम ने भी प्रशंसा की थी, जिस पर दिल्ली कांग्रेस की नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी। मिलिंद ने इससे पहले अनुच्छेद 370 पर भी बीजेपी की तारीफ कर चुके हैं।

देवड़ा ने विधानसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए स्वर्गीय शीला दीक्षित को जिम्मेदार ठहराने के लिए कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी पीसी चाको की आलोचना भी की थी। उन्होंने कहा, “शीला दीक्षित जी एक उल्लेखनीय राजनेता और प्रशासक थीं। मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, दिल्ली को बदल दिया और इस दौरान कांग्रेस पहले से कहीं अधिक मजबूत थी। उनकी मृत्यु के बाद उन्हें दोषी ठहराया जाना दुर्भाग्यपूर्ण था। उन्होंने अपना जीवन कांग्रेस और दिल्ली के लोगों को समर्पित किया।” वहीं अजय माकन को ट्विटर पर ही जवाब देते हुए मिलिंद देवड़ा ने कहा, “अगर आपने आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन की वकालत नहीं की होती तो आज दिल्ली में कांग्रेस की सरकार होती।”

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