जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने ऐलान किया है कि वे जम्मू कश्मीर में 370 की बहाली के लिए संघर्ष करेंगी। उन्होंने इस मुद्दे पर जनता से गोलबंद कर संघर्ष का सन्देश दिया है। महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार, 13 अक्टूबर को जेल से रिहा होने के साथ ही संघर्ष का ऐलान किया है।
साफ़ है कि कश्मीर में 370 को लेकर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है। कश्मीरी लोगों से अपनी रिहाई के बाद धारा 370 वापस लेने का आह्वान किया है। महबूबा मुफ्ती को मंगलवार, 13 अक्टूबर को रिहा कर दिया गया। उन्हें 14 महीने की कैद हुई थी।
गौरतलब है कि जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के लिए विशेष दर्जे के प्रावधान को रद्द करने का फैसला किया था। तब जम्मू-कश्मीर के कई नेताओं को गिरफ्तार किया गया था। पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को भी प्रशासन ने हिरासत में लिया था। आखिरकार मंगलवार, 13 अक्टूबर को उन्हें रिहा कर दिया गया। वे 14 महीने तक जेल में रहीं। उनकी बेटी के सुप्रीम कोर्ट जाने के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने उन्हें रिहा कर दिया।
जेल से छूटने के बाद महबूबा मुफ्ती ने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, “मुझे एक साल से अधिक समय जेल में रहने के बाद रिहा किया गया है। 5 अगस्त 2019 के काले दिन पर लिया गया निर्णय मेरे दिल को चोट पहुँचाता रहा।
After being released from fourteen long months of illegal detention, a small message for my people. pic.twitter.com/gIfrf82Thw
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 13, 2020
मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के लिए भी यही स्थिति होगी। जनता इस सरकार द्वारा उनके साथ किए गए अपमान को नहीं भूलेगी। अब हमें तय करना है कि 5 अगस्त को दिल्ली ने अवैध रूप से हमारा हक छीन लिया, हमें वापस लेना है। ”
As Ms Mufti’s illegal detention finally comes to an end, Id like to thank everybody who supported me in these tough times. I owe a debt of gratitude to you all. This is Iltija signing off. فی امان اﷲ May allah protect you
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) October 13, 2020
उन्होंने आगे कहा, “धारा 370 को हटाना एक अवैध निर्णय था। लेकिन जम्मू और कश्मीर के लोग इस फैसले को बदलने के लिए एक साथ लड़ेंगे और उन मुद्दों को हल करने के लिए मिलकर काम करेंगे, जिन्होंने हजारों लोगों के जीवन का दावा किया है। यह संघर्ष आसान नहीं होगा। उन्होंने सरकार से जम्मू-कश्मीर के जेल नागरिकों को जल्द से जल्द रिहा करने की भी अपील की।