भले ही बैंक छुट्टियों के दिन या बैंक हड़ताल के दौरान बंद रहते हैं, तो हम एटीएम (ATM) के माध्यम से कहीं भी और कभी भी बैंकिंग लेनदेन कर सकते हैं। अब दवाओं के मामले में भी ऐसा ही सिस्टम लाया जाएगा और अब ATM से दवाएं मिलेंगी। चूंकि ये एटीएम मशीनें देश भर के हर ब्लॉक में लगाई जाएंगी, इसलिए अब दूरदराज के इलाकों में रहने वाले नागरिकों को 24 घंटे दवाएं उपलब्ध होंगी।
देश भर के कुल 6,000 ब्लॉक में ऐसी दवा मशीनें लगाई जाएंगी। डॉक्टर की पर्ची मशीन में डालने के बाद ये दवाएं उपलब्ध होंगी। इसी तरह का समझौता केंद्र सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर और आंध्र प्रदेश में एटीएमजेड के बीच हुआ है।
केंद्र सरकार के कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से ब्लॉक स्तर पर आयुर संजीवनी केंद्र पहले ही शुरू किए जा चुके हैं। अब केंद्र सरकार ने इन दवाओं को एटीएम में लगाने का फैसला किया है। इन एटीएम पर गर्भावस्था, कोरोना स्क्रीनिंग, ऑपरेशनल दवाएं और कई अन्य चिकित्सा उपकरण और अन्य प्रकार की दवाएं उपलब्ध होंगी। साथ ही अगले माह से ग्रामीण उद्यमियों को कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
संभवत: ब्लॉक स्तर पर लगे इन एटीएम से जेनेरिक दवाएं रखी जा सकती हैं। इन एटीएम में ई-कॉमर्स कंपनियां दवाओं की आपूर्ति करेंगी। ग्रामीण और दूरदराज के क्षेत्रों के नागरिकों पर नजर रखने वाली इस तरह की व्यवस्था से अब नागरिकों को पैसे की तरह 24 घंटे दवाएं उपलब्ध होंगी।