दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) में रविवार देर शाम को कुछ नकाबपोश लोगों ने हमला किया। हिंसा में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष समेत लगभग 25 लोगों के घायल होने की खबर है। इसमें शिक्षकों के भी घायल होने की खबर है। सभी घायलों को एम्स में भरती कराया गया है। जेएनयू छात्रसंघ ने आरोप लगाया है कि हमला करने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के लोग थे।
https://twitter.com/JNUSUofficial/status/1213822439676887040
खबरों के मुताबिक, नकाबपोश हमलावर कई हॉस्टलों में घुसे और एक के बाद एक कई लोगों पर हमला किया। सबसे पहले करीब साढ़े सात बजे जेएनयू छात्रसंघ ने ट्वीट किया और बताया कि छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष हमले में बुरी तरह घायल हो गई हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि घायल आइशी के सिर से खून बह रहा है और वो इंग्लिश में कुछ कह रही हैं।
https://twitter.com/JNUSUofficial/status/1213839713863262208
चश्मदीदों के अनुसार, हमला करने वालों की संख्या तकरीबन 50 के आसपास थी। हमला करने वालों की हाथों में डंडे और लाठियां थीं। अधिकतर के चेहरों पर कपड़े बंधे हुए थे। जैसे ही वे लोग कैंपस अंदर आए सामने जो आया उसपर हमला बोल दिया। फिलहाल कैंपस के बाहर भारी पुलिस दल को तैनात किया गया है।
Delhi: Protesters gather outside Police Headquarters against the violence in Jawaharlal Nehru University earlier today. pic.twitter.com/VW1baLvgdH
— ANI (@ANI) January 5, 2020
दूसरी तरफ जेएनयू और दूसरे विश्वविद्यालयों के छात्र दिल्ली पुलिस हेडक्वार्टर के बाहर जमा हो गए हैं। वहीं जेएनयू प्रशासन का कहना है कि नियमों का उल्लंघन कर कैंपस के शांतिपूर्ण शैक्षणिक माहौल खराब करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। जेएनयू प्रशासन ने बयान जारी कर कहा है कि अपराधियों को पकड़ने के लिए पुलिस शिकायत दर्ज की जा रही है।
Police inside Jawaharlal Nehru University campus in Delhi. #JNU pic.twitter.com/bHDuSojedS
— ANI (@ANI) January 5, 2020
दिल्ली पुलिस के हवाले से समाचार एजेंसी पीटीआई लिखा है कि जेएनयू कैंपस में फ्लैग मार्च किया गया है और फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। वहीं, मानव संसाधन मंत्रालय ने जेएनयू रजिस्ट्रार से कैंपस की स्थिति पर तुरंत रिपोर्ट मांगी है।
Delhi: Joint CP Western Range, Shalini Singh to conduct inquiry into the incident of attack on students at Jawaharlal Nehru University. #JNU https://t.co/nGPvOHt7h1
— ANI (@ANI) January 5, 2020
गृह मंत्रालय ने ट्वीट जानकारी दी है कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर से गृहमंत्री अमित शाह ने जेएनयू हिंसा पर बात की है और उन्हें आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त स्तर के अधिकारी से गृहमंत्री ने इस मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं और जल्द-से-जल्द रिपोर्ट जमा करने का निर्देश दिया है।
Union Home Minister has spoken to Delhi Police Commissioner over JNU violence and instructed him to take necessary action. Hon’ble minister has also ordered an enquiry to be carried out by a Joint CP level officer and asked for a report to be submitted as soon as possible.
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) January 5, 2020
जेएनयू की शिक्षक आयशा किदवई के हवाले से ‘द हिंदू’ ने रिपोर्ट किया है कि उनकी सहकर्मी प्रोफेसर सुचित्रा सेन पर भी हमला किया गया है और उन्हें एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया है। आयशा किदवई ने बताया, “एबीवीपी के गुंडे हॉस्टल में घुसे और शिक्षकों की गाड़ियों को भी तोड़ा। जेएनयू के सिक्योरिटी स्टाफ ने कुछ नहीं किया। पुलिस अब कैंपस में पहुंच चुकी है लेकिन कैंपस में आने के कई रास्ते हैं।”
दूसरी तरफ एबीवीपी का कहना है कि उनका इस हिंसा से कोई लेना-देना नहीं है। हिंसा के पीछे लेफ्ट संगठनों का हाथ है। एबीवीपी मुताबिक 25 छात्र गंभीर रूप से घायल हैं और 11 की कोई जानकारी नहीं है।
Delhi: Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad (ABVP) Delhi claims Left student activists behind violence in Jawaharlal Nehru University campus. pic.twitter.com/gquIkLbISw
— ANI (@ANI) January 5, 2020
मामले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, “जेएनयू में हुई हिंसा की खबर सुनकर हैरान हूं। छात्रों पर बेरहमी से हमला किया गया। पुलिस को तत्काल हस्तक्षेप करना चाहिए। अगर हमारे छात्र यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर ही सुरक्षित नहीं रहेंगे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा?”
I am so shocked to know abt the violence at JNU. Students attacked brutally. Police shud immediately stop violence and restore peace. How will the country progress if our students will not be safe inside univ campus?
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) January 5, 2020
इसके अलावा दिल्ली के लेफ्टिनेंट गवर्नर अनिल बैजल ने ट्वीट कर हिंसा की निंदा की है। उन्होंने लिखा है, “छात्रों और प्राध्यापकों के साथ हिंसा निंदनीय है। मैंने दिल्ली पुलिस को आदेश दिया है कि वो सभी संभव प्रयास करें और जेएनयू प्रशासन के साथ मिलकर स्थिति पर नियंत्रण बनाएं। जो लोग हिंसा के पीछे हैं उनके खिलाफ कड़ी-से-कड़ी कार्रवाई हो।”
The violence in JNU against students and teachers is highly condemnable. Directed @DelhiPolice to take all possible steps in coordination with JNU Administration to maintain law and order & take action against the perpetrators of violence. The situation is being closely monitored
— LG Delhi (@LtGovDelhi) January 5, 2020
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया है, “जेएनयू में नकाबपोश हमलावरों का हमला, छात्रों और टीचरों को पीटा जाना, हैरान करने वाला है। सत्ता में बैठे फासीवादी लोग बहादुर छात्रों से घबरा गए हैं। आज की हिंसा उनके डर का प्रतिबिंब है।”
https://twitter.com/RahulGandhi/status/1213850414258380807