दिल्ली। कांग्रेस के सभी नेता विजय चैक से राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालना चाहते थे। पुलिस ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसके बावजूद मार्च निकालने पर प्रियंका गांधी सहित कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत भेज दिया। इन नेताओं में केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला कई अन्य शामिल हैं। प्रदर्शनकारी नेताओं को मंदिर मार्ग पुलिस स्टेशन ले जाया गया है। मार्च से अलग राहुल गांधी ने किसानों के मुद्दे पर राष्ट्रपति से मुलाकात की।
प्रियंका ने बताया कि भाजपा नेता और उनके समर्थक किसानों के लिए जो शब्द इस्तेमाल कर रहे हैं। ये शब्द सही नहीं हैं। सरकार किसानों को देश विरोधी कहती है। किसानों की समस्या का हल कब तक निकलेगा। सरकार के खिलाफ किसी भी तरह के नाखुश को आतंक के रूप में देखा जा रहा है। राहुल गांधी और गुलाम नबी आजाद ने राष्ट्रपति से मिलकर किसानों के मामले में हस्तक्षेप की मांग की। राष्ट्रपति भवन से निकलने के बाद राहुल ने कहा कि किसान, छोटे व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। कृषि व्यवस्था को छेड़ा जाएगा। इस मामले में तीन लोगों को फायदा पहुंचाया जा रहा है।
प्रियंका को हिरासत में लिए जाने के बाद पूछने पर राहुल ने कहा कि आज देश में लोकतंत्र बचा नहीं है। पीटना और हिरासत में लेना सरकार का काम बन गया है। सरकार मोदी क्रोनी कैपिटलिस्ट के लिए पैसा बना रहे हैं। सरकार से बातचीत का प्रपोजल 23 दिसंबर को ठुकरा दिया। किसानों ने कहा कि सरकार के प्रपोजल में दम नहीं है। इस प्रस्ताव में कोई नयी चीज नहीं है जो कि किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा, सरकार किसानों की अनदेखी कर आग से खेल रही है। सरकार का इस विषय को संज्ञान में लेना चाहिए।