अगले दो तीन महीनों यानी जुलाई में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले होने जा रहे 15 राज्यों के 57 राज्यसभा सीटों के चुनावों का एलान हो गया है। कहा जा रहा है कि इन चुनावों के बाद देश के उच्च सदन राज्यसभा में अब कई बड़े चेहरे नहीं दिखेंगे।
दरअसल केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनाव की तारीख का एलान कर दिया है। 15 राज्यों की 57 राज्यसभा सीटों पर 10 जून को चुनाव कराए जाएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक जून और अगस्त के बीच राज्यसभा के कई नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसके साथ ही कई बड़े चेहरों का कार्यकाल राज्यसभा से समाप्त हो रहा है। चुनाव आयोग की सूचना के मुताबिक चुनाव की अधिसूचना 24 मई को जारी होगी। उम्मीदवार 31 मई तक नामांकन कर सकेंगे। इसके बाद 1 जून को नामांकनों की जांच की जाएगी। उम्मीदवार 3 जून तक अपना नामांकन वापस ले सकेंगे, 10 जून को मतदान होंगे और उसी दिन मतगणना भी हो जाएगी।
इन राज्यों की सीटों के लिए होगा मतदान
यह भी बताया गया है कि 21 जून एक अगस्त के बीच कई सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इसके बाद उनकी सीटें खाली हो जाएंगी। इनमें उत्तर प्रदेश की सबसे ज्यादा 11 सीटों पर मतदान होगा, जबकि तमिलनाडु और महाराष्ट्र से 6-6, बिहार से 5, कर्नाटक, राजस्थान और आंध्र प्रदेश से 4-4, मध्य प्रदेश और ओडिशा से 3-3, पंजाब, झारखंड, हरियाणा, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना से 2-2 तथा उत्तराखंड से एक सीट पर चुनाव होगा। इसके अलावा मनोनीत सांसदों की सात सीटें भी रिक्त हैं।
कई दिग्गजों का कार्यकाल खत्म हो रहा
राज्यसभा में जिन नेताओं का कार्यकाल पूरा हो रहा है, उनमें केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी, कांग्रेस नेता अंबिका सोनी, जयराम रमेश, पी चिदम्बरम, कपिल सिब्बल और बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा शामिल हैं। इनके अलावा केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल भी शामिल हैं। इन दिग्गजों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इनमें से कई ऐसे भी हैं जो सदन में दोबारा आ सकते हैं।
राष्ट्रपति चुनाव से पहले अहम हैं चुनाव
बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव से पहले होने वाले राज्यसभा चुनाव काफी अहम माने जा रहे हैं, क्योंकि केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी फिलहाल उच्च सदन में 95 सीटों के साथ टॉप पर है और चुनाव के बाद वह फिर 100 का आंकड़ा पार कर सकती है।