बंगाल को एक के बाद एक झटका लग रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “एक तरफ कोविड-19 और दूसरी तरफ उम्मुन सब कुछ एक साथ निपटना होगा।” हरीश पार्क में पर्यावरण दिवस के अवसर पर ममता मौजूद थीं। यह बात उन्होंने वहां बोलते हुए कही। उन्होंने याद दिलाया कि सरकार के पास तीन महीने से कोई आय नहीं है। राज्य को नियमित वेतन और पेंशन का भुगतान भी करना पड़ता है।
आइए एक नजर डालते हैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने क्या कहा-
’25 लाख किसानों की मदद’
‘5 लाख बेघर लोगों को दी आर्थिक मदद’
‘सरकार के पास 3 महीने से कोई आय नहीं’
‘आय नहीं, वेतन नहीं, पेंशन नहीं’
‘सांसद निधि में कटौती’
‘55,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाना होगा
‘ताओ को राज्य में नियमित वेतन-पेंशन मिल रही है’
‘प्रवासी कामगार ट्रेन-बस का किराया’
‘ट्रेन से लौटने के लिए डेढ़ लाख और कार्यकर्ता’
‘प्रवासियों के लिए केंद्र की कोई योजना नहीं’
‘कई ट्रेन में मर रहे हैं’
‘दिल्ली बंगाल से वंचित है’
‘सुंदरवन में कई आम नष्ट हो जाते हैं’
प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए 10,000 पेड़ लगाए जाएंगे
‘बड़े और घने पेड़ न लगाएं’
‘सुंदरबन में नए मैंग्रोव लगाए जाने की जरूरत है’
‘कोलकाता में पेड़ लगाने पर 100 करोड़ रुपये खर्च होंगे’
‘पश्चिम बंगाल में लगाए जाने वाले 3 करोड़ अधिक पेड़’
’14 जुलाई से फिर शुरू होगा पौधरोपण’
‘फनी के दौरान भुवनेश्वर में 1 महीने तक बिजली नहीं’
‘चेन्नई में 1 महीने तक जलभराव भी होता है’
‘राजनीति को आपदा के रूप में न देखें’
‘हम लड़ रहे हैं, एक अन्य पार्टी उनका पीछा करती है’
‘यह राजनीति करने का समय नहीं है’
‘डर के मारे 3 महीने तक कोई नहीं निकला’
‘हम केवल वही हैं जो नियमित रूप से काम करते हैं’
‘बंगाल को हरित क्षेत्र से बचाना होगा’
‘कोरोना, आपदा, साजिश सब कुछ खो देंगे, आगे बढ़ें बंगाली’
इससे पहले ममता बनर्जी ने बुधवार को केंद्र सरकार से कोविद-19 संकट के बीच प्रवासी श्रमिकों को एकमुश्त सहायता के रूप में 10,000 ट्रांसफर करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था, “मैं केंद्रीय सरकार से अपील करती हूं कि वह असंगठित क्षेत्र के लोगों सहित प्रवासी मजदूरों को एकमुश्त सहायता के रूप में सरकार 10,000 ट्रांसफर करे। इसके लिए पीएम-केयर्स के एक हिस्से का इस्तेमाल किया जा सकता है।” उसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घोषणा किया कि राज्य सरकार ने घरों की मरम्मत के लिए लगभग 5 लाख प्रभावित लोगों को धन हस्तांतरित किया है, 2 लाख सुपारी किसानों के अलावा, 23.3 लाख किसानों को फसल क्षति सहायता जारी की है। उन्होंने ट्वीट कर बताया था कि 1350 Cr के शुरुआती अनुमान के मुकाबले 1444 करोड़ जारी किया गया है।