कोलकात्ता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) ने विधायक वैशाली डालमिया को पार्टी से निकाल दिया है। टीएमसी ने यह फैसला अनुशासनात्मक कमेटी की बैठक के बाद लिया है। वैशाली डालमिया बीसीसीआई की पूर्व अध्यक्ष जगमोहन डालमिया की बेटी हैं। बेल्ली से विधायक डालमिया अपनी ही पार्टी के खिलाफ आवाज उठा रही थी। वैशाली ने कहा कि पार्टी में ईमानदार लोगों के लिए कोई महत्व नहीं है। जबकि टीएमसी ने एक बयान में कहा कि 22 जनवरी को उसकी अनुशासन कमेटी की बैठक हुई। उसमें डालमिया को पार्टी से निकालने का फैसला किया गया। टीएमसी के ही वरिष्ठ नेता राजीव बनर्जी ने ममता बनर्जी मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। डालमिया ने बनर्जी के इस्तीफे के लिए भी पार्टी नेतृत्व की बुराई की थी।
बनर्जी के पार्टी से जाने के बाद डालमिया ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि कई नए विधायकों को हावड़ा जिला इकाई के अध्यक्ष और मंत्री अरूप राय की ओर से स्वतंत्र रूप से काम करने की अनुमति नहीं दी गई थी। उन्होंने यहां तक आरोप लगाया कि राय ने उन्हें अपनी परियोजनाओं का उद्घाटन तक नहीं करने दिया। टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पार्टी ने डालमिया को निष्कासित करके सही काम किया। पार्टी के खिलाफ बयान देने वाले लोगों के लिए कोई जगह नहीं है। मुख्यमंत्री ने 2016 के चुनावों में डालमिया को मैदान में उतारा क्योंकि वह विकास परियोजनाओं में विभिन्न पृष्ठभूमि के लोगों को शामिल करना चाहती थीं।
इस बीच ममता बनर्जी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजीव बनर्जी ने 22 जनवरी को बताया कि पार्टी नेताओं के एक धड़े के खिलाफ आवाज उठाने पर उनके खिलाफ हो रहे व्यक्तिगत हमलों से बेहद दुखी होकर उन्होंने राज्य के वन मंत्री के पद से इस्तीफा दिया है। वहीं राज भवन में राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से कहा, पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेताओं से मुझे कुछ शिकायतें थीं तथा मैंने पार्टी नेतृत्व को उस बारे में बता दिया था।