भारत में चोर-पुलिस का खेल चलता रहता है। कभी चोर पुलिस को चकमा दे जाता है तो कभी चोर पुलिस की गिरफ्त में आ जाता है। यह भारत के अलग-अलग राज्यों में तैनात पुलिस वालों का दिनचर्या का काम है। लेकिन मध्यप्रदेश में एक कुख्यात अपराधी जिसमें एक साथ तीन लोगों को 25 नवंबर को अपनी गोली का शिकार बनाया और उनकी हत्या कर दी थी। अब उसी अपराधी दिलीप देवल को रतलाम पुलिस ने 3 दिसंबर की रात को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है।
दिलीप देवल रतलाम ट्रिपल मर्डर केस मामले में फरार थे। इस मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर रखा था। लेकिन दिलीप देवल घटना के बाद फरार थे। दिलीप देवल ने 25 नवंबर को रतलाम के राजीव नगर इलाके में रहने वाले गोविंद सोलंकी, उनकी पत्नी शारदा सोलंकी और बेटी दिव्य सोलंकी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की कार्रवाई के दौरान पता चला की इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमांइड दिलीप देवल था। देवल मूल रूप से दाहोद का रहने वाला है, और उसने कुल 6 लोगों की हत्या की थी।
3 दिसंबर को पुलिस के मुखबिर ने दिलीप देवल को धनासुता रोड़ पर देखा, और इसकी जानकारी रतलाम पुलिस को दी। इसी को आधार बनाकर पुलिस ने उसे घेरा। अपने को पुलिस से घिरा देख कर दिलीप देवल ने पुलिस पर फायंरिग कर दी, जवाबी कार्रवाई में पुलिसकर्मियों को भी फायंरिग करनी पड़ी, जिसमें दिलीप देवल मारा गया। देवल की फायरिंग से थाना प्रभारी समेत कुल पांच लोग घायल हुए, जिनका रतलाम आस्पताल में इलाज चल रहा हैं।
देवल के एनकाउंटर के बाद मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि ”पूरी पुलिस टीम को मध्यप्रदेश की तरफ़ से धन्यवाद। मध्यप्रदेश आज फिर से शांति से सोएगा क्योंकि आप हमारे रक्षक हो। जब पुलिस टीम उसे पकड़ने गयी तो उसने टीम पर गोलियाँ चलाई और हमारे बहादुर जवानों ने उसका मुंहतोड़ जवाब दिया। हमारे कुछ पुलिसकर्मी इस मुठभेड़ में घायल भी हुए है। मैं उनके शीघ्रातिशीघ्र ठीक होने की कामना करता हूँ। अभी थोड़ी देर पहले रतलाम ट्रिपल मर्डर केस का मुख्य आरोपी दिलीप देवल पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। मैंने पुलिस को सख़्त निर्देश दिए थे की ऐसे नरपिशाच को समाज में रहने का कोई अधिकार नहीं है। उसे जल्द से जल्द पकड़ा जाए।