गुजरात के शहरों में हुए नगर निकाय चुनाव में एक बार फिर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी उभरकर सामने आई है । यहां नगर निगम चुनाव में फूल फिर से खिल गया है । जबकि कॉन्ग्रेस इस चुनाव में पिछड गई है । कॉन्ग्रेस यहां महज 8% सीटों तक सिमट कर रह गई है ।
गुजरात के नगर निकाय चुनाव में भाजपा को 576 सीटों में से रिकॉर्ड तोड़ 489 सीटें मिली है। इसके साथ ही गुजरात में आम आदमी पार्टी का उदय हुआ है तो असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी की एंट्री हुई है ।
फिलहाल यहाँ नगर निगम चुनाव हुए हैं । जबकि यहां अगले रविवार यानी 28 फरवरी को 31 जिला पंचायत, 231 क्षेत्र पंचायत और 81 नगर पालिकाओं में चुनाव होंगे । इनका परिणाम आने के बाद गुजरात की आगामी राजनीति का परिदृश्य पूरी तरह सामने आ जाएगा ।
यहाँ यह भी बताना जरूरी है कि भाजपा और कांग्रेस ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर नगर निकाय के चुनाव को ज्यादा अहमियत दी थी। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी के अलावा केंद्रीय मंत्रियों ने भी इस चुनाव में जमकर प्रचार किया था ।
इस चुनाव में सबसे ज्यादा कैंडिडेट भाजपा ने ही उतारे थे । भाजपा के कुल 577 प्रत्याशी थे तो कांग्रेस ने 566 प्रत्याशी उतारे। आम आदमी पार्टी ने यहां पहली बार 470 सीटों पर चुनाव लड़ा । जबकि राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी 91 सीटों पर लड़ी । इसके अलावा ओवैसी की पार्टी भी दर्जनों सीटों पर चुनाव लड़ी ।
गुजरात की 6 नगर निगम चुनाव में अहमदाबाद, सूरत , राजकोट, बड़ोदरा , जामनगर और भावनगर में भाजपा को बहुमत मिला है । भाजपा ने इन सभी शहरों में 489 और कांग्रेस ने 46 सीटें जीती । लेकिन सबसे ज्यादा चौंकाने वाले नतीजे अहमदाबाद और सूरत से आए।
अहमदाबाद में ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने यहां पहली बार अपने प्रत्याशी उतारे। जिसमें उसके 7 पार्षद चुनाव जीत गए । मजेदार बात यह रही कि आम आदमी पार्टी ने भी यहां पहली बार ही चुनाव लड़ा और सूरत में आम आदमी पार्टी के 27 पार्षद जीत गए।
आम आदमी पार्टी की जीत पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खुश नजर आए। उन्होंने कहा कि गुजरात के लोगों ने काम की राजनीति को वोट दिया है । लोगों को एक विकल्प चाहिए था और आम आदमी पार्टी के रूप में उनको यह विकल्प मिल गया है। उन्होंने यह भी दावा किया कि अब आने वाला चुनाव सिर्फ आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच होगा।
उधर, दूसरी तरफ गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि गुजरात के नतीजों से एक बार फिर साबित हुआ कि गुजरात हमारी पार्टी का गढ़ है । भाजपा ने यहां 85% सीटों पर जीत हासिल की है।