[gtranslate]
Country Poltics

श्रीराम के नाम पर धन की लूट !

 

अयोध्या में बाबरी मस्जिद विवाद तो सुलझ गया लेकिन क्या अब  राम मंदिर निर्माण को लेकर हो रही वित्तीय अनियमितताओं से सरकार झुटकारा पा सकेगी ? कभी राम मंदिर निर्माण के लिए चंदे को लेकर विवाद हो रहा है तो कभी फ़र्जी पर्चियाँ सामने आ रही हैं। राम नाम की लूट तो नहीं सकते लेकिन राम के नाम पर न जाने क्या क्या ही हो रहा है।ताजा प्रकरण अयोध्या की एक ज़मीन को लेकर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।

 

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्र्स्ट की खरीदी ज़मीन पर विवाद खड़ा हो गया है। समाजवादी पार्टी के नेता तेज नारायण पांडेय ने ज़मीन खरीद में बड़ी गड़बड़ी बताई है। और साथ ही उन्होंने रामभक्तों की आस्था को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।

क्या हैं नेता तेज नारायण पांडेय के सवाल?

पूर्व मंत्री पवन पांडेय ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से खरीदी गई जमीन में घोटाले का आरोप लगाया है। सपा नेता का आरोप है कि 10 मिनट पहले 2 करोड़ में जमीन का बैनामा हुआ और उसी दिन फिर 18.5 करोड़ में एग्रीमेंट हुआ। एग्रीमेंट और बैनामा दोनों में ही ट्रस्टी अनिल मिश्रा और अयोध्या नगर निगम के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह हैं और उनके हस्ताक्षर भी है।

 

‘सीबीआई जांच की मांग मैंने पहले भी की और अभी भी कर रहा हूं। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। केंद्र सरकार ने ट्रस्ट बनाया है और अब इस मामले की जांच भी वही सीबीआई से कराएं। खाली इसी जमीन की बात मैं नहीं कर रहा हूं, ऐसे न जाने कितनी ज़मीन होगी जिसमें ऐसे घोटाले किये गए होंगे।’

 

उन्होंने कहा कि, ट्रस्ट ने पूरे अयोध्या में जितनी ज़मीनें खरीदी हैं, उसकी जांच होनी चाहिए। सारे तथ्यों की निष्पक्ष जांच हो और जो भी दोषी हैं उन पर कार्रवाई हो। ये तो 120 करोड़ लोगों की आस्था का सवाल है और लोगों की आस्था को ठेस पहुंची है। मैं कोई आरोप नहीं लगा रहा हूं। मैं तो जांच की मांग कर रहा हूं। बैनामा सामने आया है, रजिस्टर्ड एफिडेविट सामने आया है। कागज के आधार पर मैं बात कर रहा हूं।’

 

 

उन्होंने सवाल पूछा है कि, जिस जमीन को दो करोड़ रुपये में खरीदा गया, उसी जमीन का 10 मिनट बाद साढ़े 18 करोड़ में एग्रीमेंट क्यों हुआ? पांच मिनट में ही 2 करोड़ की जमीन 18.5 करोड़ की कैसे हो गई? जमीन की कीमत कैसे बढ़ गई?

Read Also : उत्तराखंड की नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश का दिल्ली में निधन

पवन पांडेय उर्फ़ तेज नारायण पांडेय इससे पहले भी चर्चा में आ चुके हैं

तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय सपा के तेज तर्रार नेता तो हैं ही साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर सबसे पहले चर्चा में तब आये थे जब  उन्होंने 9 वर्ष पूर्व अयोध्या विधानसभा सीट पर बीजेपी के कद्दावर नेता लल्लू सिंह को शिकस्त देकर उन्होंने चौंकाया था। उस वक़्त यह चुनाव कई मायनों में चर्चा में था, दरअसल इसी चुनाव के बीच पवन पांडेय की शादी भी थी और चुनाव आयोग ने उनकी रिसेप्शन पार्टी का खर्चा भी चुनाव खर्च में जोड़ने का निर्देश दिया था। तेज नारायण पांडेय अब श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की लैंड डील पर अपने आरोपों को लेकर चर्चा में हैं।
तेज नारायण पांडेय को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है।

पूरा मामला क्या है ?

दरअसल जब मंदिर परिसर के आस-पास के मंदिरों को गिराने और शिफ्ट करने का काम शुरू हुआ, उसी दौरान इसके आस-पास की ज़मीन खरीदने के साथ पुराने करीब आधा दर्जन मंदिरों को गिराकर उसे भी परिसर में शामिल कर लिया गया। आरोपी ज़मीन की खरीद-फरोख्त मामले से जुड़े एक शख्स ने एक मीडिया संस्थान को बताया कि अयोध्या के बाग विलैसी में स्थित 180 बिस्वा (12,080 वर्ग मीटर) ज़मीन हरीश पाठक और कुसुम पाठक की थी।  इसे उन्होंने सुल्तान अंसारी, रवि मोहन तिवारी, इच्छा राम, मनीष कुमार, रवींद्र कुमार, बलराम यादव और अन्य तीन के नाम वर्ष 2019 में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट कर दिया था।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, इस जमीन का सौदा 26.50 करोड़ रुपये में तय हुआ। इसकी सरकारी मालियत करीब 11 करोड़ रुपये आंकी गई थी। 2.80 करोड़ रुपये हरीश पाठक और कुसुम पाठक के खाते में ट्रांसफर कर 80 बिस्वा जमीन की रजिस्ट्री कराई गई। बाकी 100 बिस्वा ज़मीन एग्रीमेंट धारकों ने अपनी सहमति से दो लोगों के नाम लिख दिया, जिनसे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 18.50 करोड़ में रजिस्टर्ड एग्रीमेंट करवा लिया है।

shri ram

 

‘आप’ के नेता और सांसद संजय सिंह ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट पर लगाये संगीन आरोप

सांसद संजय सिंह ने कहा है कि, “अयोध्या की इस ज़मीन की कीमत 5.5 लाख रुपये प्रति सेकंड की दर से बढ़ी। जिस तेजी से जमीन की कीमत बढ़ी वह अपने आप में रेकॉर्ड है। अनिल मिश्र और ऋषिकेश उपाध्याय सुल्‍तान और रवि मोहन तिवारी की खरीद में गवाह थे और वही ट्रस्‍ट के बैनामे में भी गवाह बन गए। ‘

‘जो ज़मीन मंदिर ट्रस्‍ट ने खरीदी उसके एग्रीमेंट के लिए स्टॉम्प 5:11 मिनट पर खरीदा गया और रवि मोहन तिवारी ने जो ज़मीन हरीश पाठक से खरीदी उसके स्टॉम्प 5:22 मिनट पर खरीदे गए। आखिर ट्रस्‍ट ने स्टॉम्प पहले ही कैसे खरीद लिया। किसी भी ट्रस्‍ट में ज़मीन खरीद के लिए बोर्ड की मीटिंग करके प्रस्‍ताव पास किया जाता है। ऐसे में सवाल है कि मात्र पांच मिनट में कैसे ट्रस्‍ट ने प्रस्‍ताव पास करके जमीन खरीद ली। आप सांसद ने प्रधानमंत्री से मांग है कि पूरे मामले की ईडी और सीबीआई से जांच कराई जाए ताकि सच सामने आए।”

सीपीआई नेता सूर्यकांत पांडेयने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के ऊपर लगे इन आरोपों को लेकर कहा कि, ‘ ये लोग संघ के लोग हैं। इन पर विश्वास नहीं किया जा सकता है। जंगे आज़ादी से लेकर आज तक इन्होंने कभी भी देश के प्रति, संविधान के प्रति कोई आस्था नहीं दिखाई।ये लोग आस्था विहीन लोग हैं।ये कभी भी दुष्चरित्र अपना सकते हैं। इसलिए आवश्यक है इसकी जांच हो। बल्कि एक नहीं सारे बैनामों की जांच हो।यह तो एक एक मामला है जो संज्ञान में आ गया, न जाने ऐसे कितने मामले होंगे जो दबे हो सकते हैं।’

 

 

वहीं इस मामले पर विश्व हिंदू परिषद ने कुछ बोलने से मना कर दिया है। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने कुछ पत्रकारों को यह जरूर कहा है कि मामले की जांच होगी, जो भी दोषी होंगे उनपर कार्यवाही की जाएगी।

read also ‘AAP’ लड़ेगी गुजरात की सभी विधानसभा सीटों पर चुनाव

You may also like

MERA DDDD DDD DD