सावधान ! देश में नकली वैक्सीनेशन करने वालों का गैंग चल रहा है। यह गैंग बड़े-बड़े कैंप लगाता है और उसमें किसी सेलिब्रिटी को बुलाता है। इसी के साथ ही लोगों को फ्री वैक्सीनेशन की बात कह कर बकायदा टीकाकरण किया जाता है।
बंगाल की टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती ने इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने एक गैंग का पर्दाफाश किया है जो फर्जी वैक्सीन कैंप लगाता है। साथ ही इस कैंप में सैकड़ों लोगों को वैक्सीनेशन कराया जाता है। टीएमसी की सांसद मिमी चक्रवर्ती को इस बात का एहसास ही नहीं होता कि उसे नकली वैक्सीनेशन करा दिया गया है अगर उन्हें कोविड बेवसाइट से एक भी पुष्टिकरण का संदेश आ जाता।
टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती ने एक शिविर में कोविशिल्ड का टीका लगवाया। साथ ही उन्होंने लोगों को वैक्सीनेशन कराने के लिए प्रेरित किया और उस शिविर की चीफ गेस्ट भी बनी। लेकिन उन्हें शक जब हुआ तब उनके मोबाइल पर कोविड वेबसाइट का एक भी संदेश ऐसा नहीं आया जिसमें इसकी पुष्टि होती कि उन्हें वैक्सीन लगा दी गई है।
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इसके बाद ही सांसद को शक हुआ । तब लोकसभा सांसद ने इस मामले की बकायदा जांच कराई। जिसमें उन्हें पता चला कि टीकाकरण शिविर नकली था। अब सवाल यह है कि उस टीकाकरण शिविर में सैकड़ों लोगों को वैक्सीनेशन कराया गया तो क्या उन सभी लोगों को नकली टीका लगा दिया गया है। इसकी जांच अभी आनी बाकी है।
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फिलहाल, पश्चिम बंगाल में दक्षिण कोलकाता पुलिस ने देबंजन देव नामक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। यह वही शख्स है जिसके द्वारा टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया था। देबंजन देव ने कथित तौर पर एक आईएएस अधिकारी होने का दावा करते हुए टीएमसी सांसद को टीकाकरण शिविर में आमंत्रित किया था। साथ ही उसने टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती को आमंत्रण देते हुए बताया था कि वह टीकाकरण का शिविर कोलकाता नगर निगम के द्वारा आयोजित किया गया है।
इसी शिविर में अभिनेत्री से राजनेता बनी मिमी चक्रवर्ती बतौर मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुई थी। यही नहीं बल्कि उन्होंने इसी शिविर में कोविशिल्ड का टीका भी लगवाया था। बताया जा रहा है कि इस नकली शिविर में ढाई सौ से ज्यादा लोगों को टीके लगवाए गए थे।