देश के पांच राज्यों में होने जा रहे विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान होते ही राज्यों के साथ देश की राजनीति भी गरमा गई है। सभी राजनीतिक पार्टियों में आरोप-प्रत्यारोप और दल-बदल का खेल धुआंधार चल चलने लगा है। इसमें सभी राजनीतिक पार्टियां सक्रिय हैं। लेकिन पंजाब कांग्रेस की आपसी लड़ाई खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच पंजाब कांग्रेस के दिग्गज नेता जोगिंदर सिंह मान ने कांग्रेस का हाथ छोड़ आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं। दिया है। जो कांग्रेस के लिए घातक साबित हो सकता है।
जोगिंदर मान पांच दसकों से कांग्रेस का हिस्सा थे। इससे समझा जा सकता है कि पार्टी के साथ उनके कितने पुराने संबंध थे और उनकी विदाई से कांग्रेस को कितना बड़ा झटका लगेगा। अब तक उनकी विदाई को लेकर कांग्रेस के किसी नेता ने टिप्पणी नहीं की है। माना जा रहा है कि वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो सकते हैं।
पंजाब के फगवाड़ा से तीन बार विधायक रहे मान ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा है कि ‘मेरा सपना था कि मैं जब मरूं तो कांग्रेस का तीन रंगों वाला झंडा मेरे शव पर हो। लेकिन आज मैं कांग्रेस छोड़ रहा हूं। इसकी वजह यह है कि पार्टी ने पोस्ट-मैट्रिक स्कॉलरशिप स्कीम में गड़बड़ी करने वाले लोगों को संरक्षण दिया है। अब मेरी अंतरात्मा नहीं कहती कि मुझे कांग्रेस में रहना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि कुछ अवसरवादी नेताओं ने अपने हितों की पूर्ति के लिए पार्टी जॉइन की है। यही नहीं पार्टी अपनी कोर वैल्यूज से भटक गई है।
मान ने कहा कि बीते कुछ महीनों से मैं सो नहीं पा रहा हूं। मेरी चिंता है कि लाखों दलित छात्रों को उनके हक की स्कॉलरशिप नहीं मिल पाई है। इसके अलावा उन्होंने एक बार फिर से अपनी पुरानी मांग दोहराते हुए कहा कि फगवाड़ा को जिला का दर्जा दिया जाना चाहिए। फगवाड़ा के लोगों को अपने प्रशासनिक कामों के लिए 40 किलोमीटर की यात्रा करके कपूरथला तक जाना पड़ता है। मैं इस मांग को लगातार दोहराता रहा हूं, लेकिन इस पर कभी कोई काम नहीं किया गया।