नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट की अवमानना को लेकर दोषी करार दिए गए अधिवक्ता प्रशांत भूषण के पक्ष में वकील गोलबंद होने लगे हैं। सोशल मीडिया पर भी आम लोग और एक्टिविस्ट उनके पक्ष में खड़े रहने की पोस्ट डाल रहे हैं। इस बीच देश के 1500 वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि ‘वह सुधारात्मक कदम उठाकर न्याय की विफलता को रोके।’ अपील पर कई जाने-माने अधिवक्ताओं के हस्ताक्षर हैं।
वकीलों की अपील से साफ है कि वे प्रशांत भूषण केस को लेकर बेचैन हैं। वकीलों ने एक बयान में कहा है कि ‘बार को अवमाना का डर दिखाकर चुप कराने से सुप्रीम कोर्ट की ही स्वतंत्रता और ताकत कम होगी।’ जानकारों के मुताबिक प्रशांत भूषण को कंटेम्पट आॅफ कोर्ट एक्ट 1971 के तहत छह महीने की जेल के साथ ही जुर्माने की सजा भी होसकती है। माफी मांग लेने पर अदालत चाहे तो उनकी सजा को माफ कर सकती है। प्रशांत भूषण के रूख से लगता नहीं कि वे माफी मांगेंगे।