दुनिया भर में प्रेम की निशान के रुप में मशहूर ताज महल का कुछ हिस्सा आंधी-तूफान के चलते क्षतिग्रस्त हो गया। ताजमहल की मार्बल रेलिंग शुक्रवार की रात को आए आंधी-तूफान में टूकर गिर गया। इस दौरान तीन लोगों की मौत होने और कई पशुओं के भी मरने की खबर है। बताया जा रहा है कि ताजमहल के कई दरवाजों में क्रेक आ गया है।
Agra: Thunderstorm in the city yesterday,damaged Taj Mahal's wooden gate, marble railing & 2 red sandstone meshes. "Ticket area&pivot stone on western entry gate damaged. Many trees also uprooted," says Vasant Swarnkar, Superintending Archaeologist, Archaeological Survey of India pic.twitter.com/hqh5EMDj0U
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 31, 2020
अधिकारियों का कहना है कि ताजमहल के मुख्य गुंबद के प्लेटफॉर्म की आठ और चमेली फर्श की दो जालियां टूट गईं। पश्चिमी गेट बुकिंग विंडो की ओर लगी फॉल सीलिंग उखड़ गई। डीएफएमडी भी टूट गए। तीन दर्जन से ज्यादा पेड़ों की डालियां गिर गईं। पाथवे पर टूटी डालियां पड़ी हुई हैं। सिकंदरा मकबरे में इनले पीस टूटकर गिर गए। मेहताब बाग में एक दीवार ही गिर गई। मरियम टॉम्ब में भी पेड़ों के गिरने से काफी नुकसान हुआ है।
स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार की रात को आंधी आने के कारण रेलिंग टूटकर गिर गई। ताजमहल का रख-रखाव देखने वाले भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण (ASI) के अधीक्षक पुरातात्विक बसंत कुमार स्वर्णांकर ने बताया कि ताज महल परिसर में कई पेड़ गिर गए और इमारत की मार्बल की रेलिंग क्षतिग्रस्त हो गई।
स्वर्णांकर ने बताया, “ताजमहल परिसर में पश्चिमी गेट और पर्यटक के प्रवेश और तलाशी वाले गेट के पास टिकट वाले स्थान पर नुकसान हुआ है। अनेक पेड़ उखड़ गए। ताजमहल के मुख्य मकबरा की यमुना नदी के तरफ की रेलिंग का बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया। लाल बलुआ पत्थर की भी रेलिंग को नुकसान हुआ है। ताजमहल परिसर में करीब दस पेड़ टूट गए। वैसे मुख्य मुकबरे को क्षति होने की कोई खबर नहीं है।”
खबरों के मुताबिक, रेलिंग गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई। जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। जिले के एडीएम (फाइनेंस) योगेंद्र कुमार ने बताया कि आंधी में कई जानवरो के मरने की भी खबर है। कुछ मकानों को भी नुकसान हुआ।