देश में अब लॉकडाउन लोगों को डराने लगा है और साथ ही सताने भी लगा है। शायद यही वजह है कि गुजरात प्रदेश में सूरत के लकसाना में प्रवासी मजदूर सरकार के खिलाफ विद्रोह की स्थिति में आ खड़े हुए हैं। पिछले कई दिनों से अपने गांव को जाने के लिए सरकार से गुजारिश कर रहे थे और उसके साथ ही अपना वेतन मांग रहे थे। लेकिन न तो इन्हें वेतन मिला और न ही गांव जाने की परमिशन मिली थी। जिसके चलते यह लोग अनुशासन तोड़कर सड़कों पर आ गए और लॉकडाउन के कानून को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया।
Migrant labourers come out on roads in Surat for their demands ! pic.twitter.com/W5iYDZckZ9
— Rohan Gupta (@rohanrgupta) April 10, 2020
यही नहीं बल्कि इन प्रवासी मजदूरों ने सड़कों पर खड़े वाहनों को तोडफोड कर आग के हवाले कर दिया। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह प्रदेश गुजरात में बाहरी प्रदेशों के मजदूर फंसे हुए थे। पहले तो वह यह सोच कर कि 14 अप्रैल को लॉकडाऊन खुल जाएगा वह शांत बैठे थे। लेकिन 2 दिन पहले से अचानक अफवाह चली कि अब लॉकडाउन 14 अप्रैल को नहीं खुलेगा। बल्कि वह आगे भी बढ़ाया जा सकता है। इसके चलते मजदूर आशंकित हो गए।
This is what happens when you lockdown without a plan
Migrant workers in Surat, Gujarat came on the roads, indulged in arson asking for salaries & to go back home
How long will the poor stay quiet? They have lost their jobs, savings & are desperate!pic.twitter.com/bZT8QX1rTy
— Srivatsa (@srivatsayb) April 10, 2020
बताया जा रहा है कि जहां मजदूर काम कर रहे थे वहां से उन्होंने अपना वेतन मांगा था। लेकिन उन्हें वेतन भी नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने पुलिस की भी सहायता ली। लेकिन पुलिस ने उन्हें टरका दिया। बताया जा रहा है कि देर रात में ही सभी लोग सड़कों पर उतर गए और उपद्रव करने लगे। इसी के साथ ही सड़कों पर खड़े वाहनों को भी उन्होंने आग के हवाले कर दिया। हालांकि, बाद में पुलिस वहां पर पहुंच गई और उनके उग्र प्रदर्शन पर रोक लगाने के उद्देश्य से लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद पुलिस ने कई मजदूरों को हिरासत में ले लिया तब जाकर किसी तरह मजदूर शांत हुए।
गौरतलब है कि गुजरात के सूरत शहर में बहुत से मजदूर दूसरे राज्यों से आकर नौकरी करते हैं। लॉकडाउन के चलते वह सब बेरोजगार हो गए हैं। उनकी मांग थी कि सरकार उन्हें उनके बाकी वेतन दिलाएं और अपने गांव लौटने की अनुमति दें। लेकिन ऐसा संभव नहीं था। इसके चलते ही वह उपद्रव पर उतर आए।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि गुजरात में अब तक कोरोना पीड़ितों की संख्या 378 हो गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के मामलों में सबसे ज्यादा वृद्धि हुई है । 24 घंटे के दौरान 116 नए मामले सामने आए हैं। याद रहे कि गुजरात प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस की चपेट में आकर कुल 19 लोगों की मौत हो चुकी है।