कांग्रेस की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और पार्टी को लोगों का समर्थन मिला। अब पार्टी 2024 में सत्ता में वापसी के लिए हर संभव कोशिश में जुट गई है। आने वाले समय में पार्टी की क्या रणनीति होगी और कैसे फिर से पार्टी को सत्ता में वापस लाया जा सकता है, इसके लिए पार्टी रणनीति तैयार कर रही है और इस दिशा में पांच सूत्रीय कार्यक्रम तैयार किया गया है। पार्टी के सूत्रों की मानें तो आने वाले समय में एक बड़ी रणनीति के तहत इस पांच सूत्रीय कार्यक्रम को जारी किया जाएगा।
इस बीच कांग्रेस की तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न हो गया है। इसमें देश भर से पार्टी के 15 हजार से अधिक प्रतिनिधि हिस्सा लेने के लिए पहुंचे थे। इस अधिवेशन में भाजपा के खिलाफ किस तरह से विपक्ष की एकता को मजबूत किया जाए इसको लेकर मंथन हुआ। हालांकि जदयू नेता नीतीश कुमार ने हाल ही सार्वजनिक अपील करते हुए कहा था कि विपक्ष को एकजुट होने की जरूरत है। विपक्ष एकजुट हो जाए तो भाजपा 100 सीटों पर सिमट सकती है। मेरी पीएम पद की कोई व्यक्तिगत इच्छा नहीं है। कांग्रेस पार्टी ने इस बात के संकेत दिए थे कि वह नीतीश कुमार की अपील की सैद्धांतिक रूप से स्वीकार करने के लिए तैयार है, लेकिन इस गठबंधन में वह खुद के नेतृत्व को दरकिनार नहीं करना चाहती है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने हाल ही में नागालैंड में कहा था कि कांग्रेस निश्चित तौर पर गठबंधन की अगुवाई करेगी। ऐसे में कहा जा रहा है कि पीएम पद कांग्रेस पार्टी के पास ही होगा। खड़गे ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 2024 में गठबंधन की सरकार केंद्र में आएगी, जिसका नेतृत्व कांग्रेस करेगी। हम हर दल से बात कर रहे हैं, उनके साथ अपनी राय साझा कर रहे हैं कि हम कैसे चुनाव जीतेंगे।
मगर बड़ा सवाल यह है कि क्या तमाम विपक्षी दल कांग्रेस के नेतृत्व में एकजुट होने के लिए तैयार होंगे। कांग्रेस पार्टी जरूर इस फॉर्मूले को तलाशने की कोशिश करेगी जिसके तहत विपक्षी दल उसके नेतृत्व में चुनाव लड़ने को तैयार हो। क्षेत्रीय दल टीएमसी, बीआरएस, सपा, सीपीएम और आम आदमी पार्टी की कांग्रेस के नेतृत्व को लेकर राय जुदा है। ऐसे में कांग्रेस के लिए यह चुनौती काफी मुश्किल होने वाली है कि वह कैसे अहम क्षेत्रीय दलों को अपने साथ लाए। कांग्रेस पार्टी इसको लेकर क्या फॉर्मूला लाती है, इस पर हर किसी की नजर रहेगी। पार्टी के राजनीतिक प्रस्ताव को काफी अहम दस्तावेज माना जाता है, जिसका हर किसी को इंतजार है। कांग्रेस प्रवक्ता जयराम रमेश ने कहा कि स्टीरिंग कमेटी इस पर अंतिम फैसला लेगी। इस बात को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी की भूमिका को लेकर कुछ एलान कर उन्हें पार्टी के भीतर खास भूमिका सौंप सकती है।