देश में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप के चलते लॉकडाउन जारी है और इस दौरान नशे के सभी सामानों पर सरकार द्वारा रोक लगाई गई है। गुटके से लेकर शराब तक किसी भी नशे का व्यापार प्रतिबंधित किया जा चुका है।
इस दौरान नशे के सौदागर सक्रिय हो गए हैं। हालांकि, ऐसे सौदागर हर समय मौजूद रहते हैं। लेकिन लॉकडाउन में तो उस समय अति ही हो गई जब नशे के सौदागर खुद खाकी ही बन गई।
खाकी वर्दी को जनता की सुरक्षा और सेवा के लिए जाना जाता है। पर उत्तर प्रदेश और दिल्ली की पुलिस ने खाकी को दागदार कर दिया है। लॉकडाउन के संवेदनशील समय में जहां पुलिस को जनता की सेवा करने का काम करना चाहिए था वही पुलिस शराब की तरफ तस्करी में लिप्त पाई गई है।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश की पुलिस इस मामले में सरेआम तस्करी करते हुए पकड़ी जा चुकी है। हालांकि, दिल्ली पुलिस इस मामले में थोड़ा लापरवाही बरत रही है। दिल्ली पुलिस के उच्चाधिकारियो ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई कर दी हैं। तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी आरोपी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है।
उत्तर प्रदेश में नेशनल हाईवे पर हरियाणा सीमा से लगी मथुरा के थाना कोसी की कोटवन चौकी के अंदर से तस्करी की शराब बेचे जाने के मामले में आज एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बड़ी कार्यवाही करते हुए जहां चौकी प्रभारी बालेद्र सिंह तथा हेड कांस्टेबल अनुज कुमार सहित चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
वहीं दो पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाते हुए चार मुकद्दमे भी दर्ज कराए हैं। पुलिस ने दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा एसएसपी ने इस प्रकरण में दो अन्य नामजदों को भी गिरफ्तार किया है।
दूसरी तरफ दिल्ली मे हरियाणा से तस्करी कर लाई जा रही कार में इंग्लिश शराब की कई बोतलें बरामद हुई हैं। पुलिस ने सभी कार सवारों को फौरन गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने कार और शराब की खेप को भी सीज कर दिया।
इस मामले में एक्साइज और महामारी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। पुलिसकर्मी तब हैरान हो गए जब उन्हें पता चला कि तस्करों में से एक दिल्ली पुलिस का कॉन्स्टेबल रविंद्र है। पुलिस इस मामले में कुछ भी बोलने से बच रही है।
बहरहाल, लॉकडाउन के दौरान शराब की तस्करी करने के लिए दिल्ली पुलिस के कांस्टेबल समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि कांस्टेबल की पहचान रविंद्र के रूप में की गई है और वह बेगमपुर पुलिस थाने में तैनात था।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार एक गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने जहांगीरपुरी में एक होटल के सामने एक कार को रोका और शराब की 50 बोतलें जब्त की।