कानपुर किडनैप कांड का उत्तर प्रदेश पुलिस ने पर्दाफाश करने का दावा किया है। लेकिन किडनैप हुए तथा मृतक संजीत यादव के परिजनों को पुलिस के इस दावे पर एतबार नहीं है। संजीत यादव के परिजनों ने कहा है कि उनका बेटा जिंदा है। गत दिनों पुलिस ने संजीत यादव के मर्डर के आरोप में पांच अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश किया था।
लेकिन इस पर भी संजीत के परिजनों ने यह कहकर सवालिया निशान लगा दिए हैं कि पुलिस ने यह मामला फर्जी तरीके से खोला है । इसी के साथ संजीत के पिता चमन लाल का यह भी दावा है कि जब वह फिरौती देने गए तो तब एक लड़का आया था। उसे पुलिस ने उसे पकड़ लिया था । लेकिन बाद में यह लड़का छोड़ दिया।
संजीत यादव के अपहरण के 1 महीना 6 दिन बाद उनके परिजनों ने अब पुलिस के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है ।पुलिस अभी तक संजीत यादव का शव नहीं तलाश पाई है। इस पर संजीत यादव के परिजनों ने कहा है कि अगर पुलिस ने संजीत का शव उनको नहीं सौंपा तो उनका पूरा परिवार आत्महत्या कर लेगा।
संजीत यादव की बहन रुचि ने कहा है कि वह पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलेंगे। उसके बाद पूरा परिवार आत्महत्या कर लेगा। हालांकि इससे पहले संजीत यादव के पिता चमन लाल ने कहा था कि वह आत्महत्या करेंगे। अब रूचि यादव ने कहा है कि उनका पूरा परिवार आत्महत्या करेगा।
गौरतलब है कि 22 जून को लैब टेक्नीशियन संजीत यादव का उस समय अपहरण हो गया था जब वह अपने ऑफिस जा रहे थे । इसके बाद पुलिस ने इस मामले में लगातार लापरवाही बरती। आलम यह था कि एसएसपी के दखल के बाद ही रिपोर्ट दर्ज हो पाई थी। इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने संजीत के परिजनों से ₹30 लाख की फिरौती मांगी। जिसे संजीत के परिजनों ने पांडु नदी के पुल के नीचे एक बैग में ₹30 लाख रूपये भरकर फेंकने की बात कही थी ।
हालांकि पुलिस ने बाद में यह तक कह दिया कि अपहर्णकर्ताओ को फिरौती नहीं दी गई । इसके बाद 24 जुलाई को पुलिस ने संजीत यादव के पांच किडनैपरो को गिरफ्तार करने का दावा किया। जिसमें संजीत यादव के ही दोस्त अपहरणकर्ता बताए गए ।
लेकिन पुलिस अभी तक भी संजीत यादव का शव नही ढूंढ पाई है । बताया जा रहा है कि कानपुर पुलिस ने पांडु नदी को शव की तलाश के लिए खंगाल दिया है। लेकिन पांडु नदी में शव नहीं मिला है। इससे पुलिस की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवालिया निशान लगते दिखाई दे रहे हैं। याद रहे कि इस प्रकरण में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद 11 पुलिसकर्मी सस्पेंड किए जा चुके हैं।