सिनेमा से संसद तक आने वाली कंगना रनौत एक बार फिर अपने विवादित बयानों के चलते चर्चे में आ गई हैं। कृषि कानून को वापिस लाए जाने वाले उनके बयान लेकर भाजपा ने भी पल्ला झाड़ लिया है। कंगना के बयानों से अब उनकी पार्टी भी असहज महसूस कर रही हैं। चुनावी माहौल के बीच कंगना रनौत द्वारा दिया गया यह बयान हरियाणा चुनाव में भाजपा को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि कंगना ने अपने “कृषि कानूनों को वापस लाओ” वाले बयान को वापिस लेलिया है। लेकिन कांग्रेस ने इस मुद्दे को लपक लिया है। भले ही भाजपा सांसद कंगना रनौत ने अपना बयान वापिस ले लिया हो लेकिन कांग्रेस ने यह मुद्दा लपक लिया। कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल ने वीडियो जारी कर कहा कि भाजपा एक बार फिर तीनों कृषि कानूनों को वापस लाने की कोशिश कर रही है, कंगना का बयान तो माहौल को परखने की कोशिश थी। राहुल गांधी के कहने अनुसार भाजपा की सफाई और कंगना की माफी से काम नहीं चलेगा बल्कि प्रधानमंत्री को इस पर स्थिति साफ करना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा अगर कृषि कानूनों को फिर से लाया जाता है तो इंडिया गठबंधन इसके खिलाफ हो जाएगा।
कंगना के “कृषि कानूनों को वापस लाओ” वाली टिप्पणी के बाद उनकी ही पार्टी भाजपा की तरफ से तत्काल प्रतिक्रिया आई थी । पार्टी ने तुरंत उनकी टिप्पणियों से दूरी बनाते हुए इस बात पर जोर दिया कि कंगना पार्टी की प्रवक्ता नहीं हैं और ना ही वह पार्टी के विचारों को रखने के लिए अधिकृत हैं। कंगना द्वारा ऐसे बयानों के चलते अब उनका दल नाराज दिखाई दे रहा है। हरियाणा चुनाव में भाजपा के खिलाफ कंगना का यह बयान असर कर सकता है। हरियाणा की एक बड़ी आबादी है जो खेतीबाड़ी से अपनी आजीविका कमाती है। भाजपा नहीं चाहती कि चुनावों पर इस तरह के बयानों का कोई असर हो। किसान आंदोलन के दौरान भी हरियाणा में भी कृषि कानूनों का विरोध देखने को मिला था ऐसे में मौजूदा समय में इस मुद्दे का उठना पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकता है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रिय प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने आरोप लगाया है कि कंगना रनौत के बयान का असर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किए गए अच्छे कामों पर पड सकता है। उन्होंने कहा कि पंजाबी होने के नाते मैं यह कहना चाहता हूँ कि पंजाब के किसानों और सिख समुदायों के खिलाफ कंगना रनौत के बार -बार निराधार ,बेतुके बयान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ से पंजाब ,पंजाबी और पंजाबियत के लिए किए गए सभी अच्छे कामों पर बुरा असर डाल रहे हैं। भाजपा के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल के अनुसार एक सांसद के गैर जिम्मेदाराना चश्में से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किसानों और पंजाब के रिश्ते को नहीं देखना चाहिए।
कंगना रनौत ने 25 सितंबर को कृषि कानून पर दिए गए बयानों को वापिस ले लिया है। उन्होंने कहा मीडिया के सवालों के जवाब में मैने कहा था तीनों कृषि कानून वापिस लाए जाने चाहिए,और किसानों को इस बारे में प्रधानमंत्री जी से निवेदन करना चाहिए। उन्होंने कहा उनकी इस बात से बहुत सारे लोग नाराज है। इसके अलावा उन्होंने कहा जब ये कानून लाए गए थे बहुत से लोगों ने इसका समर्थन किया ,लेकिन बड़े ही संवेदनशील और सहानुभूति से प्रधानमंत्री ने इन कानूनों को वापिस लेलिया था। इसीलिए हम सब कार्यकर्ताओं का यह कर्तव्य बनता है कि हम उनके शब्दों की गरिमा रखें। इसके अतिरिक्त कंगना ने कहा मुझे भी ये बात ध्यान में रखनी होगी कि मैं अब कलाकार नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी की कार्यकर्ता हूं और मेरी राय मेरी अपनी नहीं होनी चाहिए, वह पार्टी का स्टैंड होना चाहिए।
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