पिछले साल कैलाश विजयवर्गीय के पुत्र आकाश विजयवर्गी का ‘बल्ला प्रकरण’ सुर्खियों में रहा था। भाजपा के वरिष्ठ नेता कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र ने इंदौर नगर निगम के अधिकारियों पर उस समय बल्ले से वार किए थे जब अधिकारी नगर निगम के अवैध अतिक्रमण को हटाने पहुंचे थे। इस प्रकरण पर विजयवर्गीय की काफी किरकिरी हुई थी। यही नहीं बल्कि आकाश विजयवर्गीय पर भाजपा की तरफ से कार्रवाई भी की गई और उन्हें नोटिस भी दिया गया था। लेकिन अब कैलाश विजयवर्गीय खुद ही चर्चाओं में है। उनके एक विवादास्पद बयान के चलते मामला सुर्खियों में चल रहा है।
दरअसल, पुत्र के नक्शे कदम पर चलते हुए कैलाश विजयवर्गीय इंदौर में अपने समर्थकों के भवनों को बचाने के लिए नगर निगम के अधिकारियों को उल्टा सीधा कह गए। यहां तक कि उन्होंने आग लगाने तक की बात कह डाली। सोशल मीडिया पर विजयवर्गीय का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे कह रहे हैं, “यह चिट्ठी लिखी है कि हम मिलना चाहते हैं। उन्हें यह भी सूचना नहीं दोगे कि हम आए हैं। यह बर्दाश्त नहीं करेंगे अब। हमारे संघ के पदाधिकारी हैं, नहीं तो आज आग लगा देते हम इंदौर में।”
BJP Leader Kailash Vijayvargiya openly threatening "to burn the city Indore".
Ye hi hai inka asli roop. pic.twitter.com/WbcEBT0fux
— Mehul Jain (@MehulChoradia) January 3, 2020
उनके इस बयान की चौतरफा निंदा हो रही है। माफिया पर कार्रवाई में भाजपा नेताओं को नोटिस थमाने पर बात करने पहुंचे राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय से मिलने कोई अफसर नहीं पहुंचा। ऐसे में बौखलाए विजयवर्गीय ने इंदौर शहर में आग लगा देने की बात कह डाली। इस पर भाजपा के तरीके और समझ पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लोगों का कहना है कि अगर अधिकारियों से बात ही करनी थी तो सांसद या जनप्रतिनिधियों से पत्र लिखकर बुलवाना था, संगठन की तरफ से क्यों बुलाया गया? गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कमल नाथ के निर्देश पर प्रदेशभर में माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उनकी अवैध सल्तनत को नेस्तनाबूत किया जा रहा है।
इंदौर में एक दर्जन से अधिक माफिया की संपत्ति को मलबे में तब्दील कर दिया गया। कई लोगों पर कार्रवाई की तैयारी है, जिसको लेकर नगर निगम ने नोटिस थमा दिए है। इसमें कई भाजपाइयों के नाम भी शामिल हैं, जिसमें विजयवर्गीय के कुछ खास लोग भी हैं। इस पर तिलमिलाए विजयवर्गीय ने स्थानीय संगठन से बात कर नाराजगी जाहिर की साथ ही उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को भी लगे हाथ विवादास्पद बात कह कर नाराज कर दिया है।