उत्तर प्रदेश के औरैया बस हादसे को महज अभी तीन दिन ही हुए हैं। लेकिन मजदूरों की मौत का सफर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। औरैया में 24 मजदूर घटनास्थल पर ही स्वर्ग सिधार गए थे। यह घटना तब घटी थी जब वह एक ट्रॉला में चढ़कर मजदूर अपने घरों को जा रहे थे। पीछे से एक कैंटर ने टक्कर मार दी थी। अभी यह हादसे लगातार जारी है। ताजा मामलों में 16 प्रवासी मजदूर दुर्घटनाओं की भेंट चढ़ गए है। यह मजदूर अपने अपने घरों को कुछ कर रहे थे। तीन राज्यों में यह घटनाएं घटी है।
हालांकि, मीडिया मजदूरों की पीड़ा को अपने अपने चैनलों के माध्यम से और समाचारों में अखबार के जरिए दिखा तो रहा है, लेकिन सरकार इस तरफ सक्रियता दिखाती हुई नजर नहीं आ रही है। यूपी की ही बात करें तो यहां कांग्रेस और भाजपा में मजदूरों पर जमकर राजनीति हो रही है। शायद कोई ही प्रदेश बचा होगा जहां मजदूरों को पैदल चलने या अन्य निजी वाहनों से तपती धूप में सफर करना जैसे उनकी मजबूरी बन गया है। पिछले 5 दिन की बात करें तो अब तक 77 मजदूर कई घटनाओं में मारे जा चुके हैं। यह मजदूर सड़क दुर्घटनाओं में मारे जा रहे हैं।
आज सुबह बिहार के भागलपुर जिले के नौगछिया में एक बस और ट्रक में जबरदस्त टक्कर हो गई । बस प्रवासी मजदूरों को दरभंगा से बांका ले जा रहे थी। बस पाइप लदे हुए ट्रक से टकरा गई । टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि ट्रक सड़क सड़क किनारे खाई में गिर गया। इस हादसे में अब तक नौ मजदूरों के शव निकाले जा सकते हैं। जबकि चार गंभीर रूप से घायल मिले हैं। अभी सब शवों के निकलने का सिलसिला जारी है।
दूसरा हादसा महाराष्ट्र में हुआ। यहां महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में प्रवासी मजदूरों को एक बस आज सुबह उनके घरों को ले जा रही थी। तभी बस एक ट्रक से टकरा गई। इस टक्कर में तीन प्रवासी मजदूरों सहित बस चालक की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जबकि 22 अन्य लोग घायल हो चुके हैं। जानकारी के अनुसार, यह घटना कोलवन गांव में सुबह 3:30 बजे हुई। जिस बस में मजदूरों को ले जाया जा रहा था वह सोनपुर से नागपुर रेलवे स्टेशन जाने को ले जा रही थी। सभी प्रवासी मजदूरों को स्टेशन से झारखंड जाने वाली श्रमिक ट्रेन पकड़नी थी। लेकिन इसी दौरान हादसा हो गया।
इसके साथ ही तीसरा गंभीर हादसा उत्तर प्रदेश में हुआ जहां देर रात झांसी मिर्जापुर हाईवे पर महोबा जिले के पास दुर्घटना घटी जिसमें तीन मजदूरों की मौत हो गई जबकि 12 लोग घायल हो गए सभी मजदूर एक ट्रक में सवार थे बताया जा रहा है कि ट्रक में 25 मजदूर बैठे हुए थे जो रात में ही अपने घर पहुंचना चाहते थे लेकिन इसी दौरान यह दुर्घटना घट गई।