जॉर्डन के शाही परिवार में सत्ता को लेकर घमासान चल रहा है। किंग अब्दुल्ला द्वितीय ने अपने ही सौतेले भाई प्रिंस हमजा बिन हुसैन को तख्तापलट की कोशिश के आरोप में घर में कैद कर दिया है। वहीं, अपने-अपने हितों को साधते हुए अमेरिका, सऊदी अरब और मिस्र खुलकर किंग अब्दुल्ला के समर्थन में आ गए हैं। जॉर्डन एक सुन्नी बहुल देश है, जिसके अमेरिका के साथ भी उतने ही करीबी संबंध हैं, जितने कि सऊदी अरब के साथ।
प्रिंस हमजा बिन हुसैन ने दावा किया है कि उन्हें घर में नजरबंद कर दिया गया है। हमजा ने बीबीसी को भेजे पांच मिनट के वीडियो में देश में जारी भ्रष्टाचार, राजनीतिक अक्षमता और उत्पीड़न जैसे आरोप लगाए हैं। उन्होंने सरकार या किंग अब्दुल्ला के खिलाफ किसी भी तरह की साजिश में शामिल होने से भी साफ इनकार किया है। अपने वकील के जरिए साझा किए गए पांच मिनट के वीडियो में उन्होंने कहा कि आज सुबह जॉर्डन के सशस्त्र बलों के प्रमुख ने मुझसे एक मुलाकात की। जिसमें उन्होंने मुझे सूचित किया कि मुझे घर से बाहर जाने और लोगों के साथ बातचीत करने की अनुमति नहीं है। क्योंकि, मैं जिन बैठकों में शामिल हुआ या सोशल मीडिया पर जो कुछ भी लिखा उससे सरकार या राजा की आलोचना हुई थी।
जॉर्डन की सरकार ने देश की सुरक्षा और स्थिरता का हवाला देते हुए शनिवार को पूर्व मंत्री और शाही परिवार के एक सदस्य के साथ 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस और सेना का आरोप है कि ये लोग विदेशी सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर देश को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे थे। जॉर्डन को अरब देशों में आमतौर पर सबसे स्थिर देश माना जाता है,
कौन है प्रिंस हमजा ?
जॉर्डन के शाही परिवार का शासन 1999 से चल रहा है दिवंगत राजा हुसैन की चार पत्नियां थी जिनसे 11 पुत्र थे| 11 पुत्रो में से वे प्रिंस हमजा को सबसे करीबी मानते थे| हमजा को 1999 में क्रॉउन प्रिंस घोषित किया गया था | उसी वर्ष राजा हुसैन का भी निधन हो गया था| माना जा रहा था कि क्रॉउन प्रिंस हमजा जॉर्डन के अगले राजा होंगे| लेकिन उन्हें बहुत युवा और अनुभवहीन समझा गया | जिसके चलते अब्दुल्ला द्वितीय को जॉर्डन का राजा बनाया गया | गद्दी पर बैठने के 5 वर्ष बाद ही अब्दुल्ला ने 2004 में क्रॉउन प्रिंस हमजा से क्रॉउन प्रिंस का दर्जा वापस ले लिया गया| उसके बदले अब्दुल्ला ने अपने बेटे को क्रॉउन प्रिंस का दर्जा दे दिया | रानी नूर को इससे बड़ा झटका लगा था क्योंकि वह अपने बेटे हमजा को गद्दी का उत्तरधिकारी मानती थी| इतना कुछ होने के बाद भी हमजा शाही परिवार की लोकप्रिय शख्सियत के रूप में बने रहे | वह अपने पिता के प्रति अपार सम्मान रखते हैं| प्रिंस हमजा ब्रिटेन के हैरो स्कूल ऑफ रॉयल मिलट्री एकैडमी,सेंड हर्स्ट से ग्रेजुएट हैं उन्होंने अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से भी पढ़ाई की है| हमजा क्रॉउन प्रिंस ना होने के बावजूद देश की सेना में ब्रिगेडियर के पद के साथ-साथ अन्य पदों को को भी संभाल रहे थे |
माना जा रहा है कि हमजा को कबाइली नेताओं का समर्थन हासिल है 2018 में वे सरकार की नीतियों की आलोचना कर चुके हैं देखना यह होगा कि जॉर्डन के शासन प्रशासन की इस टूट-फूट का सहयोगी देश किस रूप में देखते हैं जॉर्डन अमेरिका का मुख्य सहयोगी रहा है और सुरक्षा ऑपरेशन में अमेरिकी सेना की सहायता करता है अमेरिका के साथ-साथ सऊदी अरब और मिस्र भी उसके सहयोगी देश में शामिल हैं इन सभी देशों ने किंग अब्दुल्लाह के प्रति समर्थन जाहिर किया है| जॉर्डन सऊदी अरब और मिस्र सभी सुन्नी बहुमत वाले देश हैं जिनका वर्षों से शिया बहुल ईरान के खिलाफ गठजोड़ बना हुआ है|
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