दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार दो गुटों के बीच नॉनवेज खाने को लेकर विवाद हुआ है।विवाद इतना बढ़ गया कि,इसमें कई छात्र घायल हो गए है। जिन्हें इलाज के लिएअस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक तरफ एबीवीपी के छात्रों ने लेफ्ट विंग पर रामनवमी की पूजा नहीं करने देने का आरोप लगया है तो वही दूसरी तरफ जेएनयू स्टूंडेंट यूनियन और लेफ्ट विंग के छात्रों ने एबीवीपी के छात्रों पर नॉनवेज खाने से रोकने की बात कही है।
दरअसल, रामनवमी के दिन जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के कावेरी छात्रावास में नॉनवेज बनने और परोसने के दौरान छात्रों के बीच हंगामा हो गया और इस दौरान छात्रों के बीच मारपीट हुई। इस मामले पर जेएनयू की पूर्व उपाध्यक्ष सारिका चौधरी ने बताया कि,लगभग 50 छात्र छात्राए इस हिंसा में घायल हुए है।
इस मामले पर दिल्ली पुलिस ने लेफ्ट के छात्रों की शिकायत पर एबीवीपी के खिलाफ मामला दर्ज किया हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार,जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र संगठन एसएफआई,डीएसएफ,और आइसा के छात्रों के समूह ने अज्ञात एबीवीपी के छात्रों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। इसके बाद आईपीसी की धारा 323 / 341 /506 /34 के तहत मामला दर्ज किया है। जल्द ही दोषियों के खिलाफ करवाई की जाएँगी।

आइसा ने 10 अप्रैल को एक बयान जारी करके कहा कि, जेएनयू के कावेरी हॉस्टल में डिनर के लिए चिकन बन रहा था। तभी एबीवीपी के छात्र आए और ‘गुंडागर्दी’ शुरू कर दी, हॉस्टल के मेस में संडे को चिकन बनता है। और शाहकारी छात्रों के लिए पनीर बनता है। लेकिन संडे की शाम को एबीवीपी के लोग आए और चिकन बनाने का विरोध करने लगे। जब छात्रों ने इसका विरोध किया तो मारपीट करने लगे जिसमे कई छात्रों को चोट लग गई। वही इस बयान के बाद एबीवीपी ने भी एक बयान जारी करके कहा कि, नवरात्र में जेएनयू के कावेरी हॉस्टल में दोपहर 3 :30 बजे पूजा होनी होनी थी, लेकिन लेफ्ट के छात्रों के हगामे के कारण पूजा शाम 5 :00 बजे शुरू हो पाई। जेएनयू में शांतिपूर्ण तरीके से इफ्तार और रामनवमी मनाई जा रही थी। लेकिन लेफ्ट को यह न तो देश में मजूर है ना कैम्पस में। कैम्पस की शांति को भग करने के लिए लेफ्ट ने नॉनवेज का मुद्दा उछाला है। लेफ्ट जबरन एबीवीपी को इस मामले में जोड़ने की कोशिश कर रहा है। एबीवीपी का यह भी कहना है कि, वामपंथियों, ने एबीवीपी कार्यकताओं और जेएनयू के छात्रों पर हमला किया है। इस ‘नक्सली’ हमले में एबीवीपी कार्यकर्त्ता रवि राज गंभीर रूप से घायल हुए है।
गौरतलब है कि,दिल्ली पुलिस जहां इस हिंसा के बाद विश्वविद्यालय में शांति स्थापित होने की बात कह रही है तो दूसरी तरफ छात्र संघठन भी विरोध प्रदर्शन कर रहे है।