हरियाणा के जींद जिले के कंडेला गांव के साथ ही दौसा सहित पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर किसानो ने सरकार के खिलाफ हुंकार भर दी । जींद में आयोजित किसान महापंचायत के मंच से राकेश टिकैत ने मोदी सरकार और पर जमकर हमला बोला।
राकेश टिकैत ने सरकार से गिरफ्तार किए गए किसानों की बिना शर्त रिहाई की मांग की और उनकी रिहाई के बाद ही सरकार के साथ किसी तरह की वार्ता होने की बात दोहराई। टिकैत ने कहा कि किसी मंत्री नहीं प्रधानमंत्री से ही वार्ता होगी। इसी के साथ 36 गावों के नलों और कुओं का पानी ही दिल्ली लाने की मुहिम शुरू की गई। जिसको लोगो का समर्थन मिल रहा है।
जींद में महापंचायत को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने मोदी सरकार को चुनौती देते हुए कहा कि यदि तीनों कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया गया तो मोदी का सत्ता पर बने रहना मुश्किल हो जाएगा।
महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जींद में मंच भी टूटा, भीड़ का रिकॉर्ड भी टूटा, वर्ष 2021 युवा क्रांति का साल है।राकेश टिकैत ने सरकार को ललकारते हुए कहा कि 30 लाख लोग दिल्ली के अंदर आंदोलन में शामिल हुए। वहां उस दिन अगर मैंने पानी की जगह आग मांग ली होती तो पता नहीं क्या होता, लेकिन मैंने पानी इसलिए मांगा क्योंकि पानी की तासीर ठंडी होती है। उन्होंने किसानों से कहा कि आप गुस्सा नहीं करेंगे आप अपना गुस्सा हमें दे दें।