“यह सिर्फ ट्रेलर है और पिक्चर अभी बाकी है। रोक सको तो रोक लो। तुम कुछ नहीं कर पाए थे जब हमने तुम्हारी नाक के नीचे दिल्ली में हिट किया था । तुमने मोसाद के साथ हाथ मिलाया। लेकिन कुछ नहीं हुआ । तुम्हें मालूम है तुम्हें क्या करना है। बस पैसे ट्रांसफर कर दो। जो तुम्हें पहले बोला गया है।”
ऐसा लिख कर आतंकवादी संगठन जैस उल हिंद ने सनसनी फैला दी है । रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक सामग्री से भरी गाड़ी भेजने की जिम्मेदारी लेते हुए आतंकी संगठन ने ऐसा लिख कर अपनी पोस्ट में जांच एजेंसी को चैलेंज किया है। इसी के साथ ही उन्होंने पैसे की डिमांड की गई है ।
हालांकि दूसरी तरफ मामले की जांच में जुटी आतंकवादी निरोधक दस्ते का कहना है कि अब तक की छानबीन में जो सबूत मिले हैं उससे लगता है कि यह किसी आतंकी संगठन की हरकत नहीं है। ध्यान रहे कि 4 दिन पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी के बंगले एंटीलिया के पास एक लावारिस हालत में स्कॉर्पियो मिली थी। स्कॉर्पियो में जिलेटिन की छड़े थी। यह जिलेटिन की छड़े मिलने के बाद सरकार ने मुकेश अंबानी के बंगले की सुरक्षा बढ़ा दी थी।
इसके बाद जांच एजेंसियों ने जो खुलासे किए उसके अनुसार गाड़ी मनसुख हिरेन नाम के एक व्यक्ति की थी। हिरेन ने बताया था कि 17 फरवरी को वह ठाणे से घर जा रहे थे कि इसी दौरान रास्ते में गाड़ी खराब हो गई। गाड़ी को उन्होंने एरोली ब्रिज के पास सड़क के किनारे पार्क कर दिया और घर चले आए ।
अगले दिन वह जब कार लेने गए तो वह नहीं मिली । इसकी शिकायत उन्होंने पुलिस थाने में भी की थी । यह वही स्कॉर्पियो गाड़ी है जिसमें जिलेटिन की छड़े मिली थी। आरोपियों ने उस गाड़ी की नंबर प्लेट बदल दी और इसके साथ ही चेचिस नंबर को भी खत्म करने की कोशिश की ।
लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस गाड़ी मालिक की पहचान करने में कामयाब हो गई थी। इस गाड़ी में 20 नंबर प्लेट और भी मिली थी। सभी नंबर प्लेटों का नंबर मुकेश अंबानी के स्टाफ की गाड़ियों के नंबर से मिलते जुलते हैं। इससे आशंका यह जताई जा रही है कि आरोपी लंबे समय से उनके काफिले का पीछा कर रहे थे और अंबानी की गाड़ियों को ट्रेस कर रहे थे।