कर्नाटक राज्य के उडुपी गाँव की रहने वाली इशिता मालवीय देश की पहली पेशेवर महिला सर्फर बन गयीं हैं। सर्फर यानी वो व्यक्ति जो समुद्र की लहरों पर सर्फ बोर्ड की मदद से सर्फ करते हुए एक जगह से दूसरी जगह जाता हैं।
लेकिन इशिता मालवीय को यहाँ तक के सफर को तय करने में कठनाईयों का सामना भी करना पड़ा। बात शुरू होती है वर्ष 2008 से , जब इशिता मालवीय और तुषार पठियान ,मनिपाल में पढ़ाई कर रहे थे। दोनों में दोस्ती हुई और बाद में पता चला की समुद्र की लहरों में दोनों की ही रूचि हैं। तो दोनों ने तय किया कि वे अपने इस जुनून को ही अपना करियर बनाएंगे ।
उन्होंने एक संस्था बनायीं जिसका नाम रखा ‘शाका सर्फ क्लब’ ।इस क्लब में कई लोग जुड़े जिन्हें सर्फिंग में रूचि थी। धीरे-धीरे यह कर्नाटक में इतना लोकप्रिय हो गया कि शाका सर्फ क्लब से ही सर्फिंग सीखने के लिए लोग कोड़ी बेंगरे तट पर आने लगे।
इशिता की टीम ने न सिर्फ वहां पर पर्यटकों को बढ़ावा दिया बल्कि इशिता खुद इस कार्य में इतनी दक्ष हो गयीं कि वह अब देश की पहली पेशेवर महिला सर्फर बन गयीं हैं।
‘दि शाका सर्फ क्लब’ भी देश भर के उन गिने-चुने सर्फिंग स्कूलों में शामिल हो गया हैं जहाँ पेशेवर तरीके से सर्फिंग करना सिखाया जा रहा है। इशिता और तुषार को इस पहल के लिए देश भर से ढेरों शुभकामनायें भी मिल रही हैं।
इशिता को जो सफलता मिली है उसे देख कर अब इशिता के गाँव की लड़कियों को और प्रोत्साहन मिला है।