एक साल के अंदर इंदौर में लगातार कई हादसे हो रहे हैं। अभी तक इंदौर में बसों में होने वाले छः हादसे देखे जा चुके हैं। इनमें कई लोग जान गंवा चुके हैं और कई अभी तक इस दर्द से उबर नहीं पाए हैं। इस सबके बावजूद नेता और अधिकारियों ने इन मामलों को लेकर कोई भी कदम नहीं उठाये हैं। जिसके कारण बस संचालक बसों में सवार यात्रियों की फ़िक्र किये बगैर अपनी मनमानी कर रहे हैं। मनमानियों के कारण ही इन हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है। अभी जुलाई 2022 में इंदौर सड़क पर सबसे भीषण हादसा हुआ। जिसमे खलघाट पर 12 लोगों की मौत हो गई थी। खरगोन ठीकरी रोड पर ग्राम दसगां 50 फीट ऊंचे ब्रिज से यह बस नदी में जा गिरी। नदी में पानी न होने की वजह से यह हादसा अधिक गंभीर हो सकता था। बताया गया था कि मां शरदा ट्रेवल्स की यह बस तेज गति से जा रही थी इसी वजह से हादसा हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी खलघाट हादसे पर शोक संवेदनाएं व्यक्त की थी।
दिसंबर 2022 में ही इंदौर इच्छापुर हाईवे पर सुबह दो बसों की आमने-सामने टक्कर हो गई। इस दुर्घटना में एक व्यक्ति की मौके पर मौत हो गई वहीं, 30 से अधिक लोग घायल हो गए थे। दुर्घटना इतनी भयानक थी कि दोनों ही बसों के अगले हिस्से चकनाचूर हो गए थे। वहीं अगले महीने फरवरी 2023 में भी एक हादसा हुआ जिसमें बस मनावर से इंदौर आ रही थी। बताया गया था कि उसकी रफ्तार बहुत तेज थी और बस की चपेट में आने से एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना के बाद गुस्साई भीड़ ने बस में आग लगा दी थी। आग की चपेट में आने से पास खड़ा एक मल्टी एक्सेल ट्रक भी जल गया।
मार्च 2023 में तेज रफ्तार बस नाले में पलट गई जिसमें दो लोगों की मौत हो गई। इंदौर से खंडवा जाते समय इंदौर-इच्छापुर हाईवे पर यह हादसा हुआ। यहां एक तेज रफ्तार यात्री बस नाले में पलट गई। जिसमें दो महिलाओं की मौत हो गई और 38 यात्री घायल हुए। इंदौर से निकली बस खंडवा जा रही थी। बस में 50 से ज्यादा यात्री सवार थे। बस सिमरोल भैरव घाट पर पहुंची थी जहां बस का शॉफ्ट टूटने से वह सीधे नाले में जा गिरी। बस में सवार यात्री सुनील मालाकार ने बताया था कि बस जब सिमरोल भैरव घाट पर पहुंची तो उसका शॉफ्ट टूट गया। हमने ड्राइवर को बस रोकने के लिए कहा लेकिन उसने हमारी बात नहीं मानी।
मार्च 2023 में ही इंदौर से छतरपुर जा रही बस पलट गई थी जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी। सागर की निवार घाटी में हुए हादसे में 22 यात्री घायल हुए थे। मृतकों में दो भाई भी थे। यह स्लीपर बस इंदौर से छतरपुर जा रही थी। चारों छतरपुर के रहने वाले थे।
एक महीने पहले अप्रैल 2023 में जबलपुर से इंदौर आ रही बस देवास के सोनकच्छ में नीलगाय को बचाने के चक्कर में पलट गई। इसमें 50 यात्री थे। हादसा इंदौर-भोपाल हाईवे पर रविवार सुबह करीब 4.30 बजे हुआ था और हादसे में 9 लोग घायल हुए। इस हादसे के लिए बताया गया था कि बस की गति अधिक थी इसलिए नियंत्रित नहीं हो सकी।