भारत के एक स्कूल टीचर को ग्लोबल टीचर अवार्ड 2020 का मिला है। यूनेस्को के साथ साझेदारी में वरकी फाउंडेशन द्वारा संचालित यह आवार्ड हर साल उन असाधारण शिक्षकों को दिया जाता है, जिन्होंने अपने पेशे में बेहतर प्रदर्शन किया हो। ग्लोबल टीचर 2020 का अवार्ड पाने वाले शिक्षक का नाम है रंजीत सिंह दिसाले। महाराष्ट्र केसोलापुर जिले के पारितेवादी गांव के रहने वाले 32 वर्षीय रंजीत सिंह दिसाले को 10 लाख अमेरिकी डॉलर मिले हैं। इस दौड़ में 140 देशों के 12000 हजार नामिनेशन थे। पंरतु लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के उनके प्रयासों को मान्यता दी गई, जिनके ज्यादातर विद्यार्थी आदिवासी समुदायों से हैं। ब्रिटिश अभिनेता और टीवी होस्ट स्टीफन फ्राई ने गुरुवार को लंदन के नेचुरल हिस्ट्री म्यूजियम से प्रसारित एक वर्चुअल सेरेमनी में रंजीत सिंह दिसाले को विजेता घोषित किया।
ग्लोबल शिक्षक पुरस्कार विजेता ने कहा कि उन्होंने अपने विद्यार्थियों की मातृभाषा में कक्षा की पाठ्यपुस्तकों का अनुवाद करने के लिए गांव की स्थानीय भाषा सीखी। उन्होंने छात्रों को ऑडियो कविताओं, वीडियो व्याख्यान, कहानियों और असाइनमेंट तक पहुंच देने के लिए पाठ्यपुस्तकों पर अद्वितीय क्यूआर कोड भी बनाए, जिससे स्कूल की उपस्थिति में काफी सुधार हुआ । उनकी क्यूआर तकनीक को अब पूरे भारत में अधिक व्यापक रूप से शुरू किया जा रहा है।
रंजीत सिंह दिसाले ने स्टीफन फ्राई से कहा कि “मेरा मानना है कि अगर मैं नौ शिक्षकों के साथ इस पुरस्कार राशि का हिस्सा शेयर करता हूं तो वे अपने काम के स्केल को और बढ़ा सकते हैं।” ऐसा अवार्ड के छह साल के इतिहास में पहली बार हुआ है जब किसी टीचर ने अपनी इनामी राशि को अन्य टीचरो के साथ शेयर की हो। रंजीत सिंह दिसाले साल 2009 में सोलापुर के पारितवादी के जिला परिषद प्राथमिक स्कूल पहुंचे थे तो स्कूल भवन की हालत जर्जर थी। स्कूल किसी मवेशियों के रहने की जगह जैसी थी। इस हालत को देखने के बाद रंजीत सिंह दिसाले ने इस बात की जिम्मेदारी ली कि वह इस प्राथमिक विद्यालय की स्थिति को सुधारेंगे और उन्होंने वैसा ही किया।
दिसाले को ग्लोबल टीचर का आवार्ड मिलने के बाद दुनियाभर से उनकी प्रशंसा हो रही है। खासकर जब दिसाले ने अपनी जीती प्राइज राशि को अन्य टीचर के साथ शेयर किया। दलाई लामा ने भी उनकी प्रशंसा की है। इसके अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी उन्हें बधाई दी है। महाराष्ट्र की सीएम उद्धव ठाकरे ने दिसाले को बधाई दी और उनसे बातचीत भी की। इस दौरान रंजीत सिंह ने सीएम ठाकरे से कहा है कि वो प्राइज के 7 करोड़ के पुरस्कार राशि का उपयोग शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए करेंगे।