भारत ने हिंद महासागर में चीन और पाकिस्तान की संदेहजनक गतिविधियों को देखते हुए सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। पाकिस्तान और चीन की ओर से लगातार संदिग्ध गतिविधियों को देखते हुए क्षेत्र में जलीय और वायु निगरानी बढ़ा दी है। क्षेत्र में सैटेलाइट के जरिए निगरानी की जा रही है।
Indian Navy warships and surveillance aircraft are maintaining high level surveillance in Indian Ocean Region. Indian Navy tracked the movement of Pakistan Navy Ship Yarmook from Romania enroute Red Sea to Karachi. pic.twitter.com/kBBYgwzyLT
— ANI (@ANI) March 24, 2020
गौरतलब है कि भारतीय नौसेना को हिंद महासागर के इस क्षेत्र में पाकिस्तानी नौसेना की पीएनए यारमुक पोत मिला था। पाकिस्तान का यह पोत रोमानिया से लाल सागर के मार्ग से होकर पाकिस्तान की ओर जा रहा था। इसके बाद क्षेत्र में निगरानी और कड़ी कर दी गई है।
वहीं हाल ही में पूर्वी हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की नौसेना के टाइप Y901 क्लास के टैंकर के मौजूद होने का पता चला है। भारतीय नौसेना की ओर से इस टैंकर को मलक्का जलडमरू के मध्य से प्रवेश के वक्त ही ट्रैक कर लिया गया था। अब सेना पूरी तरह से इसकी गतिविधि पर नजर बनाए हुए है।
साथ ही नौसेना ने इस क्षेत्र में P8I सर्विलांस विमानों को भी तैनात किया है ताकि वह खोजबीन कर सकें। इसके साथ ही तटरक्षक बल भी समुद्री सीमाओं पर अपनी पैनी नजर गड़ाए हुए है।
इससे पहले भी भारतीय नौसेना मलेशिया के पास स्थित मलक्का जलडमरूमध्य से हिंद महासागर क्षेत्र में आने वाले सभी चीनी जहाजों पर सदा ही निगरानी रखती है। नौसेना के खोजी विमान P8I ने चीनी नौसेना के सात युद्धपोतों का पता लगाया था जो हिंद महासागर क्षेत्र में सक्रिय थे।
हिंद महासागर क्षेत्र में युद्धपोतों और परमाणु शक्ति से लैस पनडु्ब्बियों के पहरे को लेकर चीन हमेशा से कहता रहा है कि ये समुद्री लुटेरों के विरुद्ध अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई का अंश हैं। इसी बहाने से कई बार ये जहाज भारत के जल क्षेत्र में भी आ जाते हैं। लेकिन जानकारों का कहना है कि पनडुब्बियां समुद्री लुटेरों पर कोई कार्रवाई नहीं करती हैं।
P8I विमान की विशेषताएं
प्रणोदन: दो CFM56-7 इंजन प्रत्येक 27,300 पाउंड थ्रस्ट पैदा करते हैं
लंबाई: 39.47 मीटर
पंख का फैलाव: 37.64 मीटर
ऊंचाई: 12.83 मीटर
अधिकतम टेकऑफ वजन: 85,139 किलोग्राम
गति: 490 समुद्री मील (789 किमी / घंटा)
रेंज: 1,200+ समुद्री मील
चालक दल: 9