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साल 2022 : कोरोना के साथ ही इन वायरस ने मचाई तबाही

पिछले तीन वर्षों में स्वास्थ्य क्षेत्र में कई उतार-चढ़ाव देखे गए हैं। दुनिया को साल 2019 की शुरुआत में कोरोना के प्रकोप से मंकीपॉक्स जैसी कई गंभीर परिस्थितियों से गुजरना पड़ा। साथ ही इस साल दुनिया को 10 बड़े वायरस का सामना करना पड़ा।

कोरोना अब तक बरपा रहा कहर

दुनिया भर में चीन के वुहान शहर से फैले कोविड-19 वायरस ने वर्ष 2019 से लेकर आज तक इस वायरस ने लोगों का जीना दूभर किया हुआ है। Covid-19 वायरस को Sars-CoV-2 के नाम से भी जाना जाता है। इस वायरस ने पूरी दुनिया में लोगों को संक्रमित किया है। आज भी यह वायरस हमारे बीच मौजूद है, इसे खत्म नहीं किया जा सका है।

इबोला वायरस

साल 2022 की शुरुआत में इबोला वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। पिछले साल फरवरी 2021 में गिनी के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सबसे पहले इबोला के संदिग्ध मामलों की सूचना दी थी। हालांकि, इस साल की शुरुआत में ये वायरस दुनिया भर में फैल गया। इससे बड़ी संख्या में नागरिकों में रक्तस्राव व उल्टी के लक्षण पाए गए। 19 जून 2022 को गिनी के स्वास्थ्य मंत्रालय (MoH) ने इबोला वायरस के अंत की घोषणा की।

एवियन इन्फ्लुएंजा ए (H10N3)

31 मई 2021 को चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने चीन में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस की पुष्टि की। कोरोना के बाद चीन से निकला यह दूसरा वायरस था। हालांकि, 2022 में भी यह वायरस तेजी से फैला। इसकी वजह से दुनिया भर में कई पक्षी मर गए।

जीका वायरस

जीका वायरस का प्रकोप भारत समेत पूरी दुनिया में देखा गया है। यह वायरस एडीज मच्छर से फैलता है। इस वायरस के कारण शरीर पर दाने, मांसपेशियों में दर्द, बुखार के लक्षण देखे जाते हैं। हालांकि इस वायरस के लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन गर्भवती महिला को इस वायरस का बहुत खतरा होता है। इससे उसके होने वाले बच्चे पर असर पड़ने की संभावना है।

निपाह वायरस

निपाह वायरस का संक्रमण जानवरों से इंसानों में फैलता है। चमगादड़ के संपर्क में आने से यह रोग होना संभव बताया गया है। इस बीमारी के लक्षणों में बुखार, सांस लेने में तकलीफ, मैनिंजाइटिस, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और गले में खराश शामिल हैं। इस साल के मध्य में इस वायरस का संक्रमण बड़े पैमाने पर देखा गया था।

मंकीपॉक्स

मंकीपॉक्स साल 2022 में सबसे ज्यादा चर्चित वायरस है। कोरोना के बाद यह वायरस सबसे ज्यादा फैला था। मंकीपॉक्स किसी व्यक्ति को चूमने, छूने से फैल सकता है। जहां तक शारीरिक संपर्क की बात है, किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ कोई भी सीधा संपर्क,संभोग आदि शामिल है। एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण फैला सकता है। भारत में मंकीपॉक्स का पहला मामला मई में सामने आया था। इस साल दुनिया भर में मंकीपॉक्स के 80 हजार से अधिक मामले सामने आए हैं और 55 लोगों की मौत हुई है।

ढेलेदार वायरस (लम्पी स्किन वायरस)

ढेलेदार वायरस (लम्पी स्किन वायरस) एक त्वचा रोग है। इस वायरस का संक्रमण जानवरों में देखा जाता है। साल 2022 में इस बीमारी से भारत में लाखों जानवरों की मौत हो गई। इसका सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में देखने को मिला। लम्पी स्किन वायरस जानवरों में मच्छरों द्वारा फैला था।

टोमैटो फ्लू

टोमैटो फ्लू Coxsackievirus A16 के कारण होता है। इस रोग के लक्षण हाथ, पैर में दर्द, शरीर पर दाने होना है। हालांकि इस बीमारी के शुरुआती लक्षण कोरोना से मिलते जुलते हैं, लेकिन कोरोना का इस बीमारी से कोई लेना-देना नहीं है। इस बीच साल 2022 में इस बीमारी से बड़ी संख्या में बच्चों की मौत हुई।

स्वाइन फ्लू

वर्ष 2022 में बड़ी संख्या में पशु स्वाइन फ्लू से संक्रमित पाए गए थे। यह रोग टाइप ए इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है। यह रोग प्राय: सूअरों में पाया जाता है। खास बात यह है कि स्वाइन फ्लू इंसानों के लिए संक्रामक नहीं है।

रक्तस्रावी बुखार

इस वर्ष एक नई बीमारी रक्तस्रावी बुखार पाई गई। इसमें वायरस के कारण खून पतला हो जाता है। नाक से खून भी आना इसका लक्षण है। 2022 में इस बीमारी से कई लोगों की मौत हो चुकी है।

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