अगले दो सालों में सभी बसें इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट हो जाएंगी। केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने यह बड़ा एलान नेशनल कॉन्क्लेव ऑन एनर्जी एफिशिएंसी इन माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम इंटरप्राइजेज के कार्यक्रम में दिया।सरकार ने पेट्रोल -डीजल से चलने वाली बसों को इलेक्ट्रिक में बदलने का निर्णय लिया हैं।भारी ऑटो मोबाइल सेक्टर के मंदी के दौरान भी सड़क परिवहन मंत्री ने इलेक्ट्रिक व्हीकल के पक्ष में ही यह फैसला लिया हैं। इसके चलते जो लोग इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रयोग नहीं करेंगे , उनके लिए स्वच्छ ईंधन के रूप में सी. एन. जी,एल. एन. जी, एथनॉल और मेथनॉल का एक बहेतर विकल्प हैं , साथ ही इससे प्रदूषण में भी काफी सुधार होगा। भारी ट्रैफिक संसाधनों को बढ़ते सरकारी थिंक -टैंक नीति आयोग ने यह फैसला लिया हैं कि 2023 तक सभी पेट्रोल -डीजल से चलने वाले टू- व्हीलर व थ्री – व्हीलर वाहनों को साल 2025 तक पूर्ण प्रतिबंध लगाने की समय सीमा निर्धारित की जाएगी।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा किये फैसले से भारत की ट्रांसपोर्ट सिस्टम मे काफी मजबूती देखने को मिलेगी। दरअसल पेट्रोल-डीजल से चलने वाहन बिजली से चलने वाले वाहनों की अपेछा महंगे हैं और प्रदूषण के मामले ज्यादा हैं। इन सब को देखते हुए नितिन गडकरी नेयह एलान किया हैं।