देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मन की बात करते हुए कहा कि इस समय कोरोना महामारी से पूरी देश दुनिया में कोहराम मच रहा है। ऐसे में दवाइयों का संकट सबसे ज्यादा रहा। भारत दुनिया में दवाइयों के मामले में काफी आत्मनिर्भर है। भारत की प्रकृति के अनुसार हमने दुनियाभर की मानवता की पुकार पर ध्यान दिया। मानवता के नाते भारत ने दुनिया में अपनी दवाई पहुंचाई, तो दूसरे देश के राष्ट्राध्यक्षों ने बोला “थैंक्यू इंडिया”। इससे देश का गौरव और बढ़ गया।
मोदी बोले कि शहर हो या गांव ऐसा लग रहा है जैसे देश बड़ा युद्ध लड़ रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे देश में महायज्ञ चल रहा हैं। देश के किसानों को ही देख लीजिए। हर कोई अपनी क्षमता के हिसाब से यह लड़ाई लड़ रहा है। कोई गरीबों को भोजन खिला रहा है तो कोई पीएम के फंड का पैसा पीएम केयर्स फंड में दे रहा है। यह मिजाज लगातार जोर पकड़ रहा है। कोई खेत की सरी सब्जी दान कर रहा है।
कोरोना के केंद्र और राज्य सरकारों मिलकर जंग लड़ रहे हैं। लोगों तक दवाई पहुुंचाने के लिए लाइफ लाइन उड़ान के नाम से एक अभियान चल रहा है। तीन लाख किलोमीटर हवाई उड़ान हुई है। 60 से अधिक रेल मार्ग पर 100 से ज्यादा ट्रेन चला रही है।
कोई तनख्वाह दान दे रहा है, कोई मास्क बना रहा है तो कोई खेत की सब्जियां दान दे रहा है। कोई जिस स्कूल में क्वारेंटाइन में हैं उसकी रंगाई-पुताई कर रहा है। यही भाव कोरोना के खिलाफ लड़ाई को ताकत दे रहा है। पिछले कुछ साल में हमारे देश में यह मिजाज़ बना है। लाखों लोगों ने गैस सब्सिडी छोड़ी।
पीएम मोदी ने कहा कि covidworriors.gov.in प्लेटफॉर्म के माध्यम से सिविल सोसाइटी के प्रतिनिधि और स्थानीय प्रशासन को जोड़ दिया है। इसमें अब तक सवा करोड़ लोग जुड़ चुके हैं।
हमारे साथियों ने इतने कम समय में तीन लाख किलोमीटर की हवाई उड़ान भरी है। 500 टन मेडिकल सामग्री देश के कोने-कोने में पहुंची है। इसी तरह रेलवे के साथी भी दिन-रात काम कर रहे हैं। रेलवे की ओर से 100 मालगाड़ियां प्रतिदिन चलाई जा रही हैं।
देशभर में चिकित्सा सेवा से जुड़े लोगों ने अध्यादेश पर संतोष व्यक्त किया है। इस अध्यादेश में चिकित्सा कर्मचारियों के खिलाफ हिंसा पर कड़ी सजा के प्रावधान किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सोशल मीडिया पर हम देख रहे हैं कि लोग लॉकडाउन के दौरान अपने साथियों को याद कर रहे हैं। उनकी मदद भी कर रहे हैं। उनपर लिख रहे हैं। लोग सफाई कर्मचारियों पर पुष्पवर्षा कर रहे हैं।
कोरोना संकट के दौरान डॉक्टर और पुलिस व्यवस्था को लेकर आम लोगों की सोच में काफी बदलाव हुआ है। पहले पुलिस के बारे में सोचते ही नकारात्मकता के खिलाफ कुछ नजर नहीं आता था। आज हमारे पुलिस कर्मचारी लोगों तक खाना पहुंचा रहे हैं। लोग कोरोना योद्धाओं पर पुष्प की वर्षा कर रहे हैं। यह राष्ट्र के प्रति लोगों के भावनात्मक बदलाव का संकेत है। कोरोना के खिलाफ यही हमारी ताकत है।