छत्तीसगढ़ के पांडातराई और कुंडा थाना क्षेत्र के बॉर्डर पर जंगलपुर गांव के पास हितांशु राइस मिल के दो कर्मचारी सुबह 10 बजे अपनी स्कूटी से बिलासपुर जा रहे थे। तभी वहां उनका पीछा कर रहे नकाबपोशों ने कट्टे की नोंक पर उनसे 71 लाख रुपए लूट लिए, नकाबपोशों ने पहले कट्टे के दम पर दोनों को रोका और बाद में आंखों में मिर्ची डालकर पैसों से भरी बोरी लूटकर फरार हो गए। नकाबपोश बदमाशों के पास बिना नंबर प्लेट वाली मोटर साईकिल थी।
मनोज कश्यप और पारस हितांशु राइस मिल में काफी लंबे समय से काम करते है, और राइस मिल के मालिक मुन्ना अग्रवाल के काफी भरोसेमंद भी कहे जा रहे है। बिलासपुर में मिलन ने अपने व्यापार के कारण किसी व्यापारी को 71.57 लाख रुपए का भुगतान करना था।इसी को लेकर मुन्ना ने अपने भरोसेमंद मनोज और पारस को पैसे एक बोरी में भरकर दिए, लेकिन इससे पहले की वह बिलासपुर पहुंचते, वह रास्ते में ही लूट का शिकार हो गए। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश फास्टरपुर की तरफ भाग गए। लूट की वारदात के बाद जिले के सभी थाना क्षेत्रों में नाकेबंदी कर दी गई है।एसपी केएल ध्रुव ने बताया कि घटनास्थल से लुटेरों के भागने वाले संभावित रास्तों पर सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। दिनभर चली नाकाबंदी के बाद भी लुटेरों का अभी तक कोई सुराग नही मिला।
वारदात को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे है। मौजूदा दौर कैशलेस लेनदेन का है। फिर इतनी बड़ी रकम को कैश करने जा रहे थे वो भी स्कूटी पर, जहां वारदात को अंजाम दिया गया वहां आसपास खेतों में घान की रोपाई चल रही है। खेतों में काम कर रहे लोगों को तब पता चला जब वहां पुलिस पहुंची, और पीड़ितो ने किसी से भी मदद् नही मांगी।
इतना कैश बिलासपुर जा रहा है। यह बात लुटेरों को कैसे पता चली। तमाम सवालों को लेकर अभी पुलिस जांच में जुटी हुई है। घटना के तमाम पहलुओं से पता चलता है कि यह कोई अचानक हुई लूट नही है। बल्कि पहले से उसकी स्क्रिप्ट तैयार की जा चुकी थी।जिस रास्ते से कर्मचारी कैश लेकर जा रहे थे उस रास्तें पर बडी गाडियां नही चलती, लुटेरो ने रास्ते को पूरी तरह जांच रखा था। मिल के कर्मचारी पहले भी इसी तरह बिलासपुर, भाठापारा व कई अन्य जगहों पर कैश लेकर आते-जाते रहते है।