पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहा अत्याचार किसी से छिपा नहीं है। चाहे फिर बात सिंध की करें या फिर बलूचिस्तान की, ये सच्चाई दुनिया का हर देश अच्छे से जानता है। अब इन्हीं अत्याचारों से परेशान इमरान खान की पार्टी के पूर्व विधायक बलदेव कुमार ने भी भारत से शरण मांगी है। हैरानी की बात तो ये है कि बलदेव प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता हैं। और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बारीकोट आरक्षित सीट से विधायक भी रह चुके हैं।
उधर पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में मंत्री शौकत यूसुफजई ने बलदेव कुमार के भारत में शरण मांगने पर कहा कि वह कहीं भी रहने के लिए स्वतंत्र हैं। उन्होंने कहा है कि सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को पूर्व पार्टी सदस्य बलदेव कुमार के भारत में राजनीतिक शरण मांगने पर कोई आपत्ति नहीं है। बलदेव कुमार (43) अपनी पत्नी और 2 बच्चों के साथ पिछले महीने भारत आए थे।

फ़िलहाल बलदेव कुमार इस वक्त अपने परिवार के साथ पंजाब के खन्ना में रह रहे हैं। उन्होंने कहा कि कई और लोग भी भारत आना चाहते हैं। सिंध में हालात सबसे खराब हैं। वहां हिंदू लड़कियों को जबरन मुस्लिम बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में सच बोलने पर जेल में डाल देते हैं।
पूर्व विधायक बलदेव कुमार के अलावा उनकी पत्नी भावना और बेटी रिया ने भी पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को बयां किया। उन्होंने कहा है कि वहां धर्मांतरण को लेकर अल्पसंख्यकों पर बेहद दबाव बनाया जाता है, इसलिए वे पाकिस्तान नहीं जाना चाहते है।