देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अब तक के इतिहास में बहुत बुरे दौर से गुजर रही है । जहां एक ओर केंद्र और राज्यों में उसका जनाधार लगातार सिकुड़ता जा रहा है, वहीं पार्टी के सामने अहम सवाल यह भी है कि आखिर भविष्य में पार्टी का खेवनहार कौन होगा? पार्टी अपना नेतृत्व ही तय नहीं कर पा रही है। लोकसभा चुनाव 2019 के बाद सोनिया गांधी ही अंतरिम अध्यक्ष के तौर पर काम कर रही हैं। एक तरह से पार्टी को अध्यक्ष नहीं मिल पाया है तो वहीं पार्टी को लगातार चुनावों में मिल रही करारी हार से पार्टी के भीतर कलह जारी है। ऐसे में आज दस मई को होने वाली कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक काफी अहम मानी जा रही है। इस बैठक में खासकर चुनावों में मिल रही हार पर पार्टी मंथन करेगी।
हाल में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में हार के कारणों पर मंथन करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक बुलाई है। बैठक में हार के कारणों पर मंथन के साथ कोरोना महामारी से निपटने में केंद्र सरकार की विफलता पर भी चर्चा होगी।
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हालिया चुनाव में कांग्रेस को सबसे ज्यादा उम्मीद केरल और असम से थी। इन दोनों प्रदेशों में पार्टी सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही थी। लेकिन दोनों प्रदेशों में पार्टी को निराशा ही हाथ लगी । पुडुचेरी में भी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा , जबकि दो महीने पहले तक पार्टी सत्ता में थी। तमिलनाडु में डीएमके-कांग्रेस गठबंधन को जीत मिली, पर जीत का श्रेय डीएमके नेता स्टालिन को गया। वहीं पश्चिम बंगाल में लेफ्ट के साथ गठबंधन के बावजूद पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल पाई। ऐसे में पार्टी के अंदर असंतुष्ट नेता एक बार फिर मुखर हो सकते हैं।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि असंतुष्ट नेताओं के साथ कई अन्य नेता भी पिछले कई चुनावों में कांग्रेस के प्रदर्शन से खुश नहीं है। ऐसे में सीडब्ल्यूसी की बैठक में असंतुष्ट नेताओं के साथ कई दूसरे नेता भी पार्टी से मंथन कर नए सिरे से रणनीति की मांग कर सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी खुद स्वीकार कर चुकी है कि विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन काफी ख़राब रहा है। पार्टी सांसदों के साथ वीडियों कॉन्फ्रेंसिंग के साथ बैठक में उन्होंने कहा था कि इन चुनावों में हार से सबक लेने की जरूरत है।