आपका खाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में है तो सबसे पहले आपको अपने खाते का केवाईसी करवाना होगा। अगर आपने ऐसा नहीं किया तो आगे चल कर आप अपने खाते से कोई भी लेन-देन नहीं कर पाएंगे। केवाईसी के लिए आपके पास अब केवल 10 दिन ही बचे हैं। अगर आपने ऐसा नहीं किया तो आपका खाता बंद हो जाएगा। बैंक ने इसके लिए अंतिम तारीख 28 फरवरी, 2020 तय की है। यानी इस महीने के भीतर ही आपको अपने खाते की केवाईसी करवा लेनी होगी।
दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गाईड लाइन के मुताबिक, अब सभी बैंकों के खाते का केवाईसी होना जरूरी हो गया है। 8 फरवरी को एसबीआई ने SMS भेजकर अपने ग्राहकों को अलर्ट किया है कि वो 28 फरवरी, 2020 के पहले-पहले अपने खाते का केवाईसी करवा लें। कोई खाता धारक ऐसा नहीं करता है तो उसके खाते को फ्रीज कर दिया जाएगा। उसके बाद आप अपने खाते से कोई लेन-देन नहीं कर पाएगें। SBI ने कहा है कि कृपया नवीनतम केवाईसी दस्तावेजों के साथ अपनी SBI शाखा में जाकर संपर्क करें। केवाईसी पूरी नहीं किए जाने की स्थिति में आपके खाते में भविष्य में किए जाने वाले लेन-देन पर रोक लगाई जा सकती है।
क्या है केवाईसी
केवाईसी का सीधा-सा मतलब है कस्टमर के बारे में पूरी जानकारी देना। किसी बैंक में जब आप कोई खाता खोलवाते हैं आपको इसकी आवश्यता पड़ती है। इसका फुल फॉर्म होता है Know Your Customer। इसका मतलब होता है अपने ग्राहक को पहचानना। इसकी जरिए बैंक या कोई कंपनी अपने कस्टमर की पहचान करती है कि उसके नाम पर कितने और खाते चल रहे हैं। कितना उसका लेन-देन दूसरे बैंकों और कंपनियों से है। ये अधिकतर नया बैंक खाता, म्युचुअल फंड अकाउंट, बैंक लॉकर्स या ऑन लाइन म्युचुअल फंड, सिम कार्ड वगैरह लेते समय किया जाता है।
जरूरी डॉक्यूमेंट
एसबीआई की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, केवाईसी के लिए ग्राहक को अपना पहचान पत्र देना होगा। पहचान पत्र में पासपोर्ट, मतदाता पहचान पत्र, ड्राइविंग लाइसेंस, आधार पत्र/कार्ड, नरेगा कार्ड, पेंशन भुगतान आदेश, डाकघरों द्वारा जारी पहचान पत्र, ऐसे जन प्राधिकरण संस्थाओं द्वारा जारी पहचान पत्र जो अपने द्वारा जारी पहचान पत्रों का रिकॉर्ड रखती हैं।
आवासीय प्रमाण पत्र भी देना होगा। साथ ही टेलीफोन बिल (जो 3 महीने से अधिक पुराना न हो), राशन कार्ड, बिजली का बिल (जो 6 महीने से अधिक पुराना न हो), बैंक खाता विवरण (जो 3 महीने से अधिक पुराना न हो), क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट (जो 3 महीने से अधिक पुराना न हो), मान्यता प्राप्त सरकारी प्राधिकारी द्वारा जारी पत्र, विश्वसनीय नियोक्ताओं द्वारा जारी पहचान पत्र, आयकर/सम्पदा कर मूल्यांकन आदेश, पंजीकृत लीव और लाइसेन्स करार/सेल डीड/लीज एग्रीमेंट की प्रतियां, विश्वविद्यालय/संस्था के हास्टल वार्डेन द्वारा, अपने यहाँ रहने वाले छात्र को जारी पत्र, जिसे रजिस्ट्रार, प्रिंसपल/ डीन –छात्र कल्याण द्वारा प्रति हस्ताक्षरित किया गया हो। वहीं बाहर पढ़ रहे छात्र को अपने नजदीकी संबंधी के घोषणा के साथ उनका पहचान पत्र और पता प्रमाण पत्र देना होगा।
घर बैठे ऐसे करवाएं केवाईसी
अगर आप ब्रांच नहीं जा सकते तो आपके लिए भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने घर बैठे केवाईसी कराने की सुविधा दी है। आरबीआई की ओर से हाल ही में केवाईसी नियमों में किए गए बदलाव के मुताबिक, आधार बेस्ड वीडियो कस्टमर आइडेंटिफिकेशन प्रॉसेस (V-CIP) को मंजूरी दी गई है। अब बैंक, एनबीएफसी और दूसरे लोन देने वाले संस्थान वीडियो बेस्ड आइडेंटिफिकेशन प्रोसेस का इस्तेमाल केवाईसी के लिए करवा सकते हैं। इसके द्वारा फाइनैंशल इंस्टीट्यूशन के अधिकारी पैन कार्ड, आधार कार्ड के अलावा कुछ और सवालों के जरिए ग्राहक की पहचान करेंगे।