देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की अर्थव्यवस्था को सुधारने के लाख दावे करते है। लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि वह सिर्फ दावे ही बन कर रह जाते है। इसकी हकीकत जानने के लिए उत्तर प्रदेश के एक किसान परिवार की सच्चाई जानना जरुरी है। जिसने लोन लेने के लिए लाख कोशिश की। लेकिन उसे लोन नही मिला। अंततः मजबूरी में उसने ऐसा काम करने की घोषणा कर दी जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।
मजबूरन डेयरी फार्म खोलने के लिए बिजनेस लोन पाने में असफल रहे यूपी के एक किसान ने एक खास हथकंडा अपनाया है। किसान ने सोशल मीडिया के साथ ही शहर भर में ‘किडनी बिकाऊ है’ के पोस्टर लगा दिए। किसान की इस कोशिश से वह भले ही लोन पाने में सफल न रहा हो, लेकिन वह सुर्खियां बटोरने में जरूर कामयाब हो गया। मामला सहारनपुर का है। किसान का दावा है कि दुबई और सिंगापुर से कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर किडनी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
30 साल के किसान का नाम राजकुमार है। वह अपने परिवार के भरण पोषण के लिए बिजनस शुरू करना चाहता है। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बैंक से लोन नहीं मिल रहा है। इसे लेकर क्षुब्ध रामकुमार ने सोशल मीडिया पर ऐलान कर दिया कि वह किडनी बेचना चाहते हैं। इतना ही नहीं उन्होंने सहारनपुर में पोस्टर्स भी लगवा दिए।
रामकुमार का कहना है कि जब बैंक ने लोन देने से मना किया तो उसने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत डेयरी फार्मिंग की ट्रेनिंग ली थी। लेकिन लाख कोशिशों के बावजूद उसे बैंकों की ओर से कर्ज नहीं मिल पाया। इसके बाद उसने पशु खरीदने और उनके लिए शेड बनवाने के लिए अपने परिजनों से लोन लिया था। अब उसके परिजन उस पर कर्ज चुकाने के लिए जोर डाल रहे हैं।