पंजाब नेशनल बैंक में दो अरब डॉलर की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में मुख्य आरोपी और भगोड़ा घोषित हो चुके हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन की कोर्ट ने बुधवार को एक बार फिर झटका दे दिया है। उसने पांचवीं बार जमानत के बदले में 40 लाख पाउंड का निजी मुचलका भरने और संदिग्ध आतंकवादियों की तरह ही निगरानी में रखे जाने की पेशकश की थी। उसे वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट के सामने पेश किया गया था।
सुनवाई के दौरान नीरव मोदी ने ब्रिटेन की कोर्ट से धमकी भरे लहजे में कहा है कि अगर मुझे भारत प्रत्यर्पण करने का आदेश दिया तो मैं आत्महत्या कर लूंगा। लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में 48 साल के हीरा कारोबारी नीरव मोदी की याचिका पर सुनवाई हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक नीरव मोदी ने कोर्ट से जेल में तीन बार हमला होने की बात भी कही है।
ब्रिटेन की कोर्ट ने कल नीरव मोदी की नई जमानत याचिका भी खारिज कर दी. इससे नीरव मोदी को तगड़ा झटका लगा है। नीरव ने मुचलके के तौर पर 40 लाख पाउंड की भारी धनराशि का भुगतान करने के साथ ही संदिग्ध आतंकवादियों के समान निगरानी में रखे जाने की पेशकश की थी, लेकिन अदालत ने उसकी दलील को अनसुना कर दिया।
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न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट ने कहा कि ‘‘अतीत से अंदाजा लगाया जा सकता है कि भविष्य में क्या हो सकता है।’’ न्यायाधीश ने कहा कि वह अब भी नहीं मानती हैं कि वह सबूतों से छेड़छाड़ नहीं करेगा और मई 2020 में मुकदमे के दौरान अदालत के सामने आत्मसमर्पण कर देगा। न्यायाधीश ने कहा कि नीरव ने खुद माना है कि वह ‘‘अवसाद’’ में है और यह ऐसी वजह नहीं है कि वह जमानत से इंकार के पुराने आदेश को बदल दें।
न्यायाधीश ने नीरव मोदी की नयी जमानत याचिका के बारे में पिछले महीने भारतीय मीडिया को खबरें लीक करने की भी आलोचना की। खबरों में गोपनीय चिकित्सा रिपोर्ट के जरिए उसकी मानसिक स्थिति के बारे में बताया गया था। न्यायाधीश ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि डॉक्टरों की रिपोर्ट लीक हुई। ऐसा नहीं होना चाहिए। इससे अदालत के प्रति भरोसा घटेगा।
नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से जुड़े दो अरब डॉलर के धोखाधड़ी और धनशोधन मामले में भारत को प्रत्यर्पित किए जाने के खिलाफ मुकदमा लड़ रहा है। जमानत के लिए चौथी कोशिश के तहत नीरव ने वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट के सामने याचिका दी थी। सुनवाई के बाद वापस उसे वैंड्सवर्थ जेल भेज दिया गया। अब चार दिसंबर को वीडियो लिंक के जरिए इसी अदालत में उसकी पेशी होगी।
पीएनबी ने आरोप लगाया था कि नीरव मोदी और उसके चाचा मेहुल चोकसी ने कुछ बैंक कर्मचारियों की संलिप्तता के साथ 13,500 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है। इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और सीबीआई द्वारा इस मामले की जांच की जा रही है। नीरव मोदी पर भगोड़े आर्थिक अपराधी अधिनियम (एफईओ) के तहत भी आरोप लगे हैं।