आईसीएमआर (ICMR) ने 7 जुलाई, मंगलवार को कहा कि कोरोना वैक्सीन की दो खुराक लेने से मौत का खतरा 95 फीसदी कम हो गया है। जबकि सिंगल डोज मौत के खतरे को 82 फीसदी तक कम कर देता है। यह दावा तमिलनाडु पुलिस कर्मियों पर किए गए एक अध्ययन पर आधारित है। इस साल 1 फरवरी से 14 मई तक तमिलनाडु में पुलिस कर्मियों पर अध्ययन किया गया।
मरने वाले 31 लोगों में से 20 का टीकाकरण नहीं हुआ
ICMR के अध्ययन में शामिल तमिलनाडु के 67673 पुलिसकर्मियों ने टीके की दो खुराक ली है। जबकि 32792 लोगों ने केवल एक खुराक ली और 17059 ऐसे लोग थे जिन्होंने एक भी खुराक नहीं ली। इनमें से 31 की मौत हो चुकी है। मरने वालों में वैक्सीन की दोनों डोज लेने वाले 4 लोग, एक डोज लेने वाले 7 लोग और वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लेने वाले 20 लोग शामिल थे।
टीकाकरण के बाद आईसीयू में भर्ती होने की जरूरत 94 फीसदी घटी
ICMR के अध्ययन में यह भी पाया गया कि जिन लोगों को टीका लगाया गया था। उनके अस्पताल में भर्ती होने की संभावना 77 प्रतिशत कम हो जाती है। साथ ही ऑक्सीजन की आवश्यकता 95 प्रतिशत कम रहती है। उन्हें आईसीयू में भर्ती करने की आवश्यकता 94 प्रतिशत कम होती है।
भारत में 34,703 नए मामले सामने आए
इस बीच, देश में एक दिन में 34,703 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,06,19,932 हो गई। 553 मौतों के साथ मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,03,281 हो गई है। पिछले 111 दिनों में संक्रमण के सबसे कम नए मामले सामने आए और 90 दिनों में सबसे कम मौत हुई।
देश में सक्रिय मामलों की संख्या 4,64,357
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में सक्रिय मामलों की संख्या 4,64,357 है। जो कुल मामलों का 1.52 फीसदी है। जबकि कोविड में ठीक होने की दर 97.17 प्रतिशत हो गई है। मंत्रालय ने कहा कि 24 घंटे में सक्रिय मामलों की संख्या में 17,714 की गिरावट आई है।