अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भारत दौरे पर हैं। भारत के तीन दिनों के दौरे पर दिल्ली पहुंचे अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बीच दिल्ली के विज्ञान भवन में आज बैठक हुई। इस बैठक में भारत और अमेरिका के प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता हुई। इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। इस बैठक के बाद भारत और अमेरिका की ओर से संयुक्त बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को आगे बढ़ाने पर सहमति हुई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों की भी समीक्षा की और हमने भारतीय सेना, यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड, सेंटर कमांड और अफ्रीका कमांड के सहयोग में वृद्धि के लिए सहमति व्यक्त की। हमने LEMOA, COMCASA और BECA समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं और हम उनकी पूर्ण क्षमता का एहसास करने के लिए सहमत हुए हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर के सामने मानवाधिकार का मुद्दे को उठाया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी रक्षा मंत्री ने वार्ता में कहा कि भारत और अमेरिका दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश हैं। इनके लिए मानवाधिकार व लोकतांत्रिक मूल्य काफी महत्वपूर्ण हैं। हमें इन मूल्यों के संदर्भ में लीडर की भूमिका निभानी चाहिए। इस पर जयशंकर ने सहमति जताई और कहा कि भारत व अमेरिका के रिश्ते इन दोनों के लिए ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं। उल्लेखनीय है कि ऑस्टिन के भारत पहुंचने से पहले ही अमेरिका के विदेश मामलों की संसदीय समिति के अध्यक्ष ने उन्हें पत्र लिखकर आग्रह किया था कि वह भारत में लोकतांत्रिक मूल्यों और मानवाधिकार से जुड़े मुद्दे भी उठाएं। लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात के दौरान भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर इंडो-पैसिफिक के अलावा पूर्वी एशिया के मुद्दों पर बात हुई। वहीं, भारत की सुरक्षा और सीमा पर बने खतरे को लेकर भी दोनों देशों के बीच बातचीत की गई।