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जनता कर्फ्यू कोरोना वायरस से कैसे करेगा बचाव, पढ़िए कुछ खास बातें

जनता कर्फ्यू कोरोना वायरस से कैसे करेगा बचाव, पढ़िए कुछ खास बातें

दुनियाभर में आज के समय में कोरोना वायरस सबसे बड़ी आपदा के रूप में उभरा है। इस पर काबू पाने के लिए अपने देश में जो पहल हुई है वह है जनता कर्फ्यू। स्वयं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एलान किया है जनता कर्फ़्यू का। आखिर जनता कर्फ्यू का मायने क्या है? यह वायरस बहुत तेजी से एक-दूसरे से फैलता है। इसी श्रृंखला को तोड़ने के लिए जनता कर्फ्यू जरूरी है। ऐसा करने से वायरस ‘नए’ शरीर को संक्रमित नहीं कर सकेगा। यह वायरस अलग प्रकार की संरचना है। कहने का तात्पर्य है कि अगर कोई व्यक्ति इससे संक्रमित है और वो किसी भी सार्वजनिक स्थल पर जाता है या फिर छींकता है तो वह संक्रमण आस-पास के सभी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। या फिर हवा में मिल जाता है और जैसे ही कोई व्यक्ति उस तरफ से गुजरता है तो उसे यह वायरस अपने जद में ले लेता है। इसके अलावा यह किसी वस्तु पर आसानी से देर तक चिपका रह सकता है। ऐसे में जनता कर्फ्यू से उस छींकने या खांसने वाले व्यक्ति के वाले आस-पास कोई अन्य व्यक्ति उपलब्ध नहीं होगा। चूँकि यह वायरस शरीर से बाहर 10-12 घण्टे ही जीवित रह सकता है। नया शरीर न मिलने पर यह वायरस स्वयं दम तोड़ देता है। जनता कर्फ्यू के जरिये यह कड़ी टूट जाएगी और नए इन्फेक्शन में भारी कमी आएगी।

ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर नाइल्स बेकर ने अपनी किताब ‘माॅडलिंग टू इंफाॅर्म इंफेक्शियस डिसीज कंट्रोल’ में इस वायरस से लड़ने के लिए मात्र एक उपाय बताया था वह है सोशल डिस्टेंसिंग। उन्होंने इस बात का दावा किया है कि यदि 25 फीसदी लोग भी मेलजोल आधा कर दें तो संक्रमण को 81 फीसदी तक कम किया जा सकता है। इस कारण ही अमेरिका के रोग नियंत्रण और राेकथाम केंद्र ने 50 या उससे ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर अगले आठ सप्ताह तक रोक लगा रखी है।

 

कोरोना पीड़ित अनजाने में दूसरों को कर रहा है संक्रमित

एक रिपोर्ट के अनुसार, 25 प्रतिशत लोगों को मालूम ही नहीं था कि वे कोरोन वायरस की चपेट में हैं। जिससे अनजाने में दूसरों को संक्रमित कर दिया। सबसे चिंता की बात है बच्चों और बुजुर्ग के लिए। क्योंकि उनमें लक्षण का जब तक पता चलता है तब तक काफी देर हो चुकी होती है। इसलिए बच्चों और बुजुर्गों पर खास ध्यान देने की जरूरत है। यदि आपका बच्चा बाकी दिनों की अपेक्षा सुस्त है तो डॉक्टर से दिखा कर सलाह जरूर लें।

बीमारी बढ़ने के हैं कई कारण:

डॉ जेफ मार्टिन का मानना है कि इस तरह से वायरस से संक्रमण के मुख्य चार कारण होते हैं। पहला- वायरस कितना अधिक संक्रमित कर सकता है। दूसरा- लोगों को इससे कितनी जल्दी संक्रमण हो सकता है। तीसरा- लोग आपस में कितना मिल रहे हैं। चौथा- लोग कितनी देर तक आपस में मिल रहे हैं। ऐसे में पहले दो कारण तो वायरस के स्वभाव पर निर्भर करते हैं। लेकिन अंतिम दो कारणों को हम लोगों से मिलना-जुलना कम करके खत्म कर सकते हैं। मजबूरी में बाहर जाना पड़े या किसी से मिलें तो एक मीटर की दूरी जरूर रखें।

जनता कर्फ्यू कोरोना वायरस से कैसे करेगा बचाव, पढ़िए कुछ खास बातें

कोरोना वायरस के लक्षण:

– बहती नाक

– गले में खराश

– खांसी

– बुखार

-सांस लेने में दिक्कत।

किन-किन चीजों से बचें:

1. पब्लिक ट्रांसपोर्ट में न जाएं- पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्रा करने से बचें। जब तक बहुत जरूरी न हो यात्रा न करें। घर से ही काम करें। सामाजिक समारोह में गलती से भी शिरकत न करें। आपसी संपर्क जितना घटाएंगे, वायरस का संक्रमण उतना कम होगा।

2. घर पर किसी को न आने दे- बाहरी लोग या पड़ोसियों से मिलना पूरी तरह से बंद करें। यदि बहुत जरूरी है तो इस बात का ध्यान रखें कि वे बीमार न हों या उन्हें संक्रमण का खतरा होने की संभावना न हो। दूसरी सबसे महत्वपूर्ण बात वह वृद्ध न हों। इस वायरस का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों में होने का चांसेज है। क्योंकि बुजुर्गों में इम्यूनिटी सिस्टम यंग की तुलना में बहुत कम होता है। जिससे कारण बुजुर्ग आसानी से इसके चपेटे में आ जाते हैं।

3. बच्चों को बाहर खेलने न देना- आउटडोर एक्टिविटी से बच्चों को बचाएं। जैसा कि पहले भी बता चुकी हूँ कि बच्चों पर ये संक्रमण होने से मालूम नहीं चलता। ऐसे में बच्चों को खेलने बाहर न भेजे। दिन भर में कम से कम छह बार अच्छे से उनके हाथ को जरूर धुलवाते रहें। समय समय पर उन्हें हैंड सैनेटाइजर भी दें।

4. घर के जरूरत सामान ले आएं- जरूरत का सारा सामान खरीद लें। ताकि बार-बार बाजार जाने की आवश्यकता न पड़े। क्योंकि ये वायरस पैसे से लेकर किसी भी सामान, दरवाजे, प्लास्टिक कहीं पर भी हो सकता है। इसलिए इससे जितना हो सके जरूर बचें। साथ ही हैंड सैनेटाइजर साथ रखें और घर आकर साबुन या हैंडवॉश से हाथ जरूर धोएं।

5. रुमाल या टेशू पेपर साथ रखें- रूमाल साथ में रखें। खांसी होने पर रूमाल मुँह पर रखें रहें। रूमाल न हो तो शर्ट के बाजू में स्टा कर खासे। या फिर टिशू पेपर का यूज़ करे। टिशू का इस्तेमाल कर डस्टबिन में ही डाले। फिर हाथ अच्छे से धो लें। बिना हाथ धोए आंख ,कान, नाक बिल्कुल भी न छुए। किसी भी बच्चें को गोद में न ले। न ही बुजुर्गों के संपर्क में आएं। घर आते ही हाथ-पांव धो कर कपड़ा बदल लें। उसी वक्त उस कपड़े को पानी में भिगो दें।

जनता कर्फ्यू कोरोना वायरस से कैसे करेगा बचाव, पढ़िए कुछ खास बातें

बचाव के लिए ये घरेलू नुस्खे भी अपनाएं

डॉक्टरी इलाज के सिवा इस संक्रमण को रोकने का कोई उपाय नहीं है। हम यहां संक्रमण के पहले सतर्कता को बताने जा रहे हैं जो इस प्रकार है-
1. हर दिन तुलसी का काढ़ा पीएं। काढ़ा के लिए आपको चाहिए तुलसी, 4 लौंग, 1 इलायची, छोटा टुकड़ा अदरक, 4 दाना काली मिर्च, 1 तेजपत्ता, मिस्री या फिर गुड़। सबको मिलकर लगभग 7 मिनट तक खौलाएं। जब काढ़ा तैयार हो जाए तो घर के सभी सदस्यों को गर्म-गर्म पीने दें।
2. हल्दी वाला दूध पिएं।
3. हर दिन कच्चा प्याज खाएं। लगभग 2 प्याज़ अपने रूटीन में शामिल करें।
4. गर्म चीज़ें ज्यादा खाएं। जैसे छुहाड़ा, काजू, मखाना, चुकंदर, खजूर, लहसन वगैरह।
5. पानी में साबूत धनिया डाल कर खौला दें। उसमें मिसरी मिला कर पीते रहें।
6. सैनेटाइजर न हो तो एलोवेरा जेल में गुलाब जल मिला लें। एक बाउल में रखे। हर आधे घंटे में इसका प्रयोग करें।
7. जब भी नहाएं कोशिश करें कि पानी हल्का गुनगुना हो। ये शरीर के टेम्परेचर को बढ़ाएगा।

ये सभी उपाय शरीर को गर्मी देने के लिए है। खुद का और अपने घरवालों का ध्यान रखें। बेवजह घर से बाहर न निकलें। इस छुट्टी का भरपूर आनंद ले। बुक्स पढ़ें, शरीर को आराम दें। शरीर में कोई भी बदलाव पाएं तो डॉक्टर से संपर्क करें। इस वायरस को लेकर अपने परिवार, अपने समाज में जागरूकता फैलाएं। इस संक्रमण को खत्म करने में साथ दें। किसी से हाथ न मिला कर दूर से नमस्कार करें। कोई ऐसी लापरवाही न दिखाएं जिससे एक भी जान का नुकसान हो। खतरे को भापें और अपनी और अपनों की जिंदगी को सुरक्षित रखने में सहयोग करें। सतर्कता ही असल बचााव है।

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