15 दिन तक जिंदगी और मौत से जूझने के बाद आजा हाथरस की गुड़िया ने दम तोड़ दिया। पिछले दिनों 14 सितंबर को गुड़िया के साथ हाथरस में चार दबंग युवकों ने गैंगरेप किया था। गुड़िया को बाजरे के खेत में ले जाकर उसकी ना केवल आंख फोड़ी गई बल्कि वीभत्स तरीके से उसके अंग – भंग किए गए। आरोपियों ने उसकी जुबान काट दी थी। यही नहीं बल्कि उसकी रीढ की हड्डी भी तोड दी थी। इसके बाद गंभीर हालत पर अलीगढ़ मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग हॉस्पिटल में ले जाया गया। जहा उसका इलाज चल रहा था। कल स्थिति ज्यादा खराब होने पर उसे एम्स में स्थानांतरित कर दिया गया था।
हाथरस में हैवानियत झेलने वाली दलित बच्ची ने सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। दो हफ्ते तक वह अस्पतालों में जिंदगी और मौत से जूझती रही।
हाथरस, शाहजहांपुर और गोरखपुर में एक के बाद एक रेप की घटनाओं ने राज्य को हिला दिया है। ..1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 29, 2020
हाथरस पुलिस पर आरोप है कि उसने गैंगरेप पीड़िता के परिजनों को एफ आई आर दर्ज कराने के लिए इधर उधर घुमाया और बाद में रेप की धाराओं में मामला दर्ज न करते हुए महज छेड़छाड़ का मामला दर्ज कर दिया। पुलिस ने इस आरोप में एक युवक को गिरफ्तार कर इतिश्री कर दी थी। हालांकि इसके बाद उस युवक के खिलाफ हत्या की कोशिश का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामला हाथरस के थाना चंदपा इलाके का है।

बताया जा रहा है कि चारों दबंगों ने गैंगरेप पीड़िता की हालत इतनी बदतर कर दी थी कि वह में अपना होश खो बैठी थी। आरोपियों ने उसकी जुबान काट दी थी। यही नहीं बल्कि उसकी रीढ की हड्डी भी तोड दी थी। अलीगढ़ मेडिकल कालेज से उसे सफदरजंग हॉस्पिटल दिल्ली लाया गया था। जहा इलाज करने के बाद वह होश में आई थी। तब उसने अपने परिजनों को आपबीती बताते हुए पूरे मामले का पटाक्षेप किया था। पीड़िता का डॉक्टरी परीक्षण भी हुआ था। जिसमें गैंगरेप की पुष्टि हुई थी । इसके बाद पुलिस ने आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया।