राजस्थान में चल रही राजनीतिक उठापटक के बीच सचिन पायलट के समर्थन में गुर्जर समाज के लोग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के प्रति आक्रोश प्रकट कर रहे हैं। हालांकि सचिन पायलट के पैतृक गृह जनपद गौतम बुद्ध नगर में उनके समर्थक जहां रहस्यमय चुप्पी साधे हुए हैं,
वहीं दूसरी तरफ गुर्जर समाज के लोग सामने आए हैं । कल ग्रेटर नोएडा में जहां 36 बिरादरियो की पंचायत की गई तो आज परी चौक पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला दहन करके नाराजगी प्रकट की गई।
गौरतलब है कि पिछले 12 दिन से राजस्थान में डिप्टी सीएम रहे सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच राजनीतिक सियासत का खेल चल रहा है । जिसमें कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को हाशिए पर डालने की पूरी कोशिश की है। हालांकि सचिन पायलट अभी भी मोर्चे पर डटे हुए हैं । सचिन पायलट को गुर्जर समाज के नेताओं का सहयोग मिल रहा है।
लेकिन उनके समर्थक खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं । सचिन पायलट के साथ उनके यह समर्थक कभी दिवंगत नेता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर तो कभी गोवर्धन पूजा में साए की तरह लगें रहते थे। वर्ष 2018 में जिस तरह सचिन पायलट के राजस्थान में मुख्यमंत्री न बनने पर गौतम बुद्ध नगर में उनके समर्थक सड़कों पर आ गए थे इस बार ऐसा कुछ नहीं दिखाई दे रहा है । हालांकि इसके पीछे अभी तक सचिन पायलट द्वारा फाइनली गेम ओपन न करना बताया जा रहा है।
सचिन पायलट अभी भी कांग्रेस में रहकर अपने स्वाभिमान की लड़ाई लड़ रहे हैं । उनकी इस लड़ाई में गौतम बुध नगर के गुर्जर नेता उनका मनोबल बढ़ाते दिख रहे हैं । कल ग्रेटर नोएडा में आलोक नागर के डेल्टा स्थित निवास पर 36 बिरादरियो की पंचायत की गई थी ।
इसी तरह आज परी चौक पर समाजवादी पार्टी नेता जतन प्रधान के नेतृत्व में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का पुतला दहन किया गया। जिसमें बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रामशरण नागर और क्राइम फ्री इंडिया के प्रवीण भारतीय के साथ ही आलोक नागर , बिजेद्र आर्य , राजू भाटी पाली सहित काफी संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुतले का जुलूस निकाला उसके बाद पुतला दहन किया गया।